लखनऊ। यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने एक बार फिर ‘बाहरी’ अमर सिंह पर हमला बोलते हुए उन्हें पार्टी का दोस्त की बजाए दुश्मन करार दिया है। अखिलेश ने कहा कि अमर शत्रु की तरह व्यवहार कर रहे हैं। amar singh
अखिलेश ने साथ ही कहा कि वह एसपी को तोड़ने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा,’ मैं पार्टी तोड़ने नहीं जा रहा हूं। लेकिन अमर सिंह को पार्टी से बाहर करने तक चुप नहीं बैठूंगा। अमर सिंह के कारण चाचा रामगोपाल यादव को एसपी से निकाला गया है। दरअसल अमर सिंह ने हमारी पार्टी के कुछ नेताओं का ब्रेनवॉश कर दिया है।’
अखिलेश ने साथ ही अपने पिता की तारीफ करते हुए कहा कि आज वह जो कुछ भी हैं अपने पिता के कारण हैं। सीएम ने कहा,’ मैं जो कुछ भी हूं अपने पिता के कारण हूं। अमर सिंह मेरे पिता की दोस्ती का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने हमारे साथ खेल खेला है। बतौर सीएम मैंने कुछ निर्णय लिया लेकिन अमर सिंह ने शिवपाल यादव को हमारे खिलाफ भड़काया।’ खबरों के मुताबिक 5 नवंबर को पार्टी की 25 वीं वर्षगांठ में भी अखिलेश अमर सिंह की मौजूदगी नहीं चाहते हैं। इस बीच सीएम मुलायम से मिलने उनके घर गए हैं।
माना जा रहा है कि अखिलेश किसी भी कीमत पर हथियार डालने को तैयार नहीं हैं। अखिलेश पार्टी में चाचा रामगोपाल यादव और अपने समर्थकों की वापसी चाहते हैं। सूत्रों ने बताया कि अखिलेश अपने समर्थित विधायकों की बैठक करने जा रहे हैं जिसमें आगे की रणनीति पर फैसला हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि एसपी के करीब 50 विधायक इस बैठक में शामिल हो सकते हैं।
गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद अभी तक अखिलेश का कोई बयान नहीं आया था। वहीं अखिलेश की विधायकों के साथ बैठक की खबरों ने एक चीज तय कर दी है कि अभी भी पार्टी में बवंडर जारी है। मुलायम की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही पार्टी कार्यालय के बाहर अखिलेश समर्थकों का हंगामा भी ये बयां करने के लिए काफी था कि अभी चाचा-भतीजे में सुलह नहीं हुई है। खबरों के मुताबिक अखिलेश के घर उनसे मिलने वालों का तांता लगा हुआ है।