लखनऊ । मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की जान को खतरा बढ़ा है। ऐसे इनपुट पहले भी मिलते रहे हैं लेकिन विधानसभा चुनाव को देखते यह चुनौती गंभीर है। मुख्यमंत्री की सुरक्षा में पुलिस लापरवाही भी समय-समय पर उजागर होती रही है। akhilesh yadav
– मुख्यमंत्री की चुस्त-दुरुस्त सुरक्षा के लिए नये सिरे से प्रबंधन शुरू हो गया है।
– अब स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की तर्ज पर उनकी सुरक्षा की जाएगी।
– डीजीपी जावीद अहमद, एडीजी सुरक्षा भवेश कुमार सिंह और एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी ने एक उच्च स्तरीय बैठक की
– बैठक में मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए गाइड लाइन तय की गयी।
– जैसे प्रधानमंत्री के दौरे से पूर्व संबंधित स्थलों पर एसपीजी की टीम पहुंच कर एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (एएसएल) करती है, उसी तरह उप्र पुलिस की एक विशेष टीम मुख्यमंत्री के दौरे से दो दिन पूर्व संबंधित स्थलों पर जाकर एएसएल करेगी।
– मुख्यमंत्री के प्रदेश के किसी भी जिले में भ्रमण के दौरान सुरक्षा मुख्यालय के आइजी, डीआइजी या एसपी सुरक्षा टीम एएसएल में रहेंगे।
– जिले के एसपी या उनके प्रतिनिधि और सीएम की सुरक्षा टीम एएसएल में रहेगी।
– जिलों में सुरक्षा के दौरान जिन अफसरों की लापरवाही पायी जाएगी उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
– मुख्यमंत्री की सुरक्षा में एक रस्सा पार्टी शामिल की जाएगी जिससे किसी प्रकार की अनियंत्रित भीड़ को रोका जा सके।
– मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर ग्रीन बुक में भी महत्वपूर्ण संशोधन प्रस्तावित किए गए हैं। इसकी गोपनीयता भी बनाई गई है।
– विधानसभा चुनाव सामने होने की वजह से मुख्यमंत्री के प्रदेशव्यापी दौरे होने हैं।
– आमजन के बीच घुले-मिले होने से भीड़ उनके आस-पास पहुंच जाती है।
– ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरे उत्पन्न हो सकते हैं।
– इसलिए अब फूलप्रूफ प्लान तैयार किया गया है ताकि कोई चूक न हो सके।
– डीजीपी जावीद अहमद ने यह भी दोहराया है कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर कतई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।