एनएसए यानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल अपने ब्रिटिश समकक्ष टिम बैरो के साथ शुक्रवार को नई दिल्ली के सरदार पटेल भवन में मुलाकात करेंगे। दोनों नेताओं के मध्य कई द्विपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा होगी। उम्मीद है इस दौरान डोभाल खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों की गतिविधियों का मुद्दा सामने लाएंगे।
गौरतलब है कि 19 मार्च में भारतीय उच्चायोग के ऊपर लगे तिरंगे का प्रदर्शनकारियों ने खालिस्तान समर्थक नारे लगाते हुए अपमान किया था। इस घटना के बाद भारत ने ब्रिटिश सरकार के समक्ष अपने राजनयिक मिशन की सुरक्षा को लेकर कड़ा विरोध दर्ज करते हुए परिसर में पर्याप्त सुरक्षा की कमी पर सवाल भी उठाया था।
भारतीय एनएसए अजित डोभाल और ब्रिटेन के एनएसए टिम बैरो के साथ होने जा रही इस मुलाकात को काफी अहम बताया जा रहा है।
अजित डोभाल की ये बैठक ऐसे वक्त हो रही है जब खालिस्तानी समर्थक और अमृतपाल सिह के करीबी अवतार सिंह खंडा की मौत का मामला सामने आया था। उस पर भारतीय तिरंगे का यूके में अपमान करने का आरोप था और वह एक निजी अस्पताल में भर्ती था। कनाडा के वरिष्ठ लेखक गुरप्रीत सिंह सहोता ने उसकी मौत की पुष्टि की थी।
कनाडा में अपने बड़े नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद वो भारत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इन लोगों का आरोप है कि भारतीय राजनयिकों के इशारे पर इस हत्या को अंजाम दिया गया है।
ब्रिटेन में खालिस्तान समर्थक लगातार सक्रिय रहे हैं। आतंकी निज्जर की हत्या के बाद से खालिस्तान समर्थक कई जगहों पर पोस्टर चिपका। इसमें सभी को भारतीय दूतावास के बाहर इकट्ठा होने को कहा गया है। साथ ही इसमें कुछ भारतीय राजनयिकों की तस्वीरें भी लगाई गई हैं, जिन्हें हमले के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है। इस मुलाकात में एनएसए अजित डोभाल अपने समकक्ष बैरो से ब्रिटेन में भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा की गारंटी मांग सकते हैं साथ ही भारतीय उच्चायोग के बाहर कड़ी सुरक्षा के लिए भी कहा जा सकता है।
ब्रिटेन में भारतीय दूतावास पर हुए हमले और तिरंगे के अपमान के आरोप में खंडा को गिरफ्तार किया गया था। खंडा ने वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल सिंह को 37 दिनों तक छिपाते हुए पनाह देने में मदद की थी। खंडा के बारे में कहा जाता है कि उसने ही पंजाब में अमृतपाल सिंह को खड़ा करने में खास रोल निभाया है।