वैज्ञानिकों का कहना है कि डाइट में बदलाव करके और साधारण खाद्य पदार्थ खाकर हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है।
इस संबंध में एक नए अध्ययन में पाया गया है कि बीन्स को अपने दैनिक आहार का हिस्सा बनाने से जानलेवा हार्ट अटैक के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, चाहे ये बीन्स सूखे हों, डिब्बाबंद हों या जमे हुए हों, ये हृदय और मेटाबॉलिज़्म स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
एक्सपर्ट के मुताबिक़ रोजाना छोले (सफ़ेद छोले) और काली बीन्स का सेवन पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने का एक सरल और सस्ता तरीका है और ये प्रभावी रूप से काम कर सकते हैं लेकिन इसमें नमक और चीनी जैसी अन्य सामग्री शामिल न करें।
इस नए अध्ययन में यह भी पाया गया कि सफ़ेद छोले कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं, जबकि काली बीन्स आंतरिक सूजन को कम करती हैं। उच्च कोलेस्ट्रॉल का मतलब है कि आपके रक्त में बहुत अधिक वसा है और इससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।
अध्ययन के सह-लेखक मॉर्गन स्मिथ के अनुसार, मधुमेह विकसित होने से पहले, जब रक्त शर्करा का स्तर उच्च होता है और अक्सर खराब कोलेस्ट्रॉल चयापचय और पुरानी कम-ग्रेड सूजन होती है, ये दोनों ऐसी स्थितियाँ हैं जो आपके शरीर में हृदय रोग और टाइप 2 मधुमेह जैसी समस्याओं को बढ़ावा दे सकती हैं।