वैज्ञानिकों का कहना है कि एक उत्परिवर्तित (Mutated) जीन जो शरीर के वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है, मोटापे से लड़ने में मददगार साबित हो सकता है। इसके बारे में ये भी विचार है कि यह केवल चार प्रतिशत लोगों में पाया जाता है।
ZFHX3 जीन वैरिएंट को शोध में मस्तिष्क के उन हिस्सों को नियंत्रित करने के लिए पाया गया है जो भूख के लिए जिम्मेदार हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस तंत्र को समझने से वजन घटाने के नए उपचारों का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।
नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी और एमआरसी हार्वेल के वैज्ञानिकों ने चूहों में एक ऐसी प्रणाली की खोज की है जिसमें उत्परिवर्तित जीन भूख, वजन और इंसुलिन हार्मोन पर काबू रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। को बदल देता है। इंसुलिन पर नियंत्रण रक्त शर्करा के स्तर को काबू में रखने के साथ मधुमेह की जटिलताओं को रोकता है
शोध में टीम ने पाया कि यह जीन मस्तिष्क के हाइपोथैलेमस नामक हिस्से को प्रभावित करता है। हाइपोथैलेमस वह हिस्सा है जो भूख, प्यास और भोजन सेवन को नियंत्रित करता है।
A mutated gene plays a key role in regulating bodyweight, a new @rebeccyannie study suggests – helping to control parts of the brain responsible for appetite, metabolism and growth. Being covered widely today.@NTUSciTech @ntu_research @MRCHarwell https://t.co/lXvGUOiprU
— NTU News (@NTUNews) November 27, 2023
नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी की शोधकर्ता डॉ. रेबेका डंबेल का कहना है कि पहली बार, वैज्ञानिकों ने इस जीन प्रोटीन के साथ विकास और ऊर्जा संतुलन में बदलाव का प्रदर्शन किया है। यह एक ऐसे वैरिएंट के समान है जो बहुत कम व्यक्तियों में पाया जाता है।
आगे उन्होंने यह भी बताया कि यह इतना बड़ा आनुवंशिक घटक है जो हमारी भूख और विकास से संबंधित है, लेकिन अभी इसे पूरी तरह से समझा नहीं गया है।