भारतीय प्रतिनिधियों ने आतंकवाद के खिलाफ शून्य सहिष्णुता और एकीकृत राष्ट्रीय संकल्प का दृढ़ संदेश दिया। साथ ही आतंकवाद का मुकाबला करने तथा इसके नेटवर्क को समाप्त करने एवं अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए मजबूत अंतरराष्ट्रीय तंत्र की वकालत की है।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने न्यूयॉर्क में दृढ़ता के साथ भारत के आतंकवाद से लड़ने के संकल्प को रेखांकित किया। प्रतिनिधिमंडल ने प्रमुख थिंक टैंक, अकादमिक नेताओं और मीडिया के समक्ष अपनी बात रखी।
गौरतलब है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद यह यात्रा भारत की व्यापक कूटनीतिक वैश्विक पहुंच का हिस्सा है। इस यात्रा का उद्देश्य आतंकवाद से उत्पन्न जटिल और उभरते खतरों को समाप्त करना है।
भारत के महावाणिज्य दूतावास ने इस प्रतिबद्धता की पुष्टि न्यूयॉर्क में अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर की। वाणिज्य दूतावास के एक आधिकारिक बयान के अनुसार- “शशि थरूर के नेतृत्व में राजनयिक आउटरीच यात्रा के दौरान न्यूयॉर्क पहुंचे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से लड़ने के लिए भारत की अटूट प्रतिबद्धता को दोहराया।”
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने न्यूयॉर्क यात्रा के दौरान 9/11 के आतंकवादी हमलों के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की। बयान में प्रतिनिधिमंडल की ओर से कहा गया- “एकजुटता के प्रतीक रूप में ‘राष्ट्रीय सितंबर 11 स्मारक और संग्रहालय’ का दौरा किया गया और 9/11 हमलों में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। भारत वैश्विक स्तर पर आतंकवाद से पीड़ितों के साथ एकजुट है।”
भारत की व्यापक कूटनीतिक वैश्विक पहुंच के हिस्से के रूप में इस यात्रा का उद्देश्य आतंकवाद से उत्पन्न जटिल और उभरते खतरों से निपटने के लिए प्रमुख अंतरराष्ट्रीय देशों के बीच आम सहमति बनाना है।
बताते चलें की इस प्रतिनिधिमंडल में शांभवी चौधरी (लोक जनशक्ति पार्टी), सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा), जीएम हरीश बालयोगी (तेलुगु देशम पार्टी), शशांक मणि त्रिपाठी (भाजपा), तेजस्वी सूर्या (भाजपा), भुवनेश्वर के लता (भाजपा), मिलिंद देवरा (शिवसेना) और अमेरिका में पूर्व भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू शामिल हैं। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व शशि थरूर कर रहे हैं।