एक हालिया अध्ययन के अनुसार, स्वस्थ आहार 50 या 60 वर्ष की आयु में मनोभ्रंश (dementia) के जोखिम को कम कर सकता है।
अनुसंधान से यह पता चलता रहा है कि मछली, फलियां, सब्जियां और कुछ मीठे व्यंजनों से भरपूर आहार याददाश्त की खराबी को 25 प्रतिशत तक कम कर सकता है या रोक सकता है।
ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि 48 से 70 वर्ष की आयु के बीच उपर्युक्त आहार कार्यक्रम का पालन करने से मस्तिष्क के कार्यों को उत्तेजित और बेहतर किया जा सकता है, जो निदान से पहले ही गिरावट के कगार पर होते हैं।
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने पाया है कि जिन लोगों के मध्य भाग में वसा कम होती है, उनके जीवन के इस हिस्से में उनकी याददाश्त बेहतर होती है और उम्र बढ़ने के साथ उनकी सोचने की शैली अधिक लचीली होती है।
शोधकर्ताओं ने ‘जेएएमए नेटवर्क ओपन’ (JAMA Network Open) पत्रिका में लिखा है कि दुनिया भर में अस्वास्थ्यकर खान-पान की आदतों के कारण मधुमेह, हृदय रोग और मोटापे जैसी बीमारियों में वृद्धि हो रही है, जो सभी मनोभ्रंश के लिए जोखिम कारक माने जाते हैं।
ध्यान देने वाली बात यह है कि इस अध्ययन के दौरान, विशेषज्ञों ने 11 वर्षों तक 512 ब्रिटिश नागरिकों की आहार संबंधी आदतों का विश्लेषण किया, जबकि 21 वर्षों तक 664 लोगों की कमर से कूल्हे तक की माप की जांच की और उपरोक्त निष्कर्ष पर पहुंचे।