उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू होने जा रहा है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस विपक्ष की भूमिका में तैयार नज़र आ रही है। सपा का कहना है कि पार्टी हर तरह के अन्याय के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी। कांग्रेस भी विधानसभा का घेराव करने के तैयारी किये है। विधानसभा सत्र से पहले सुरक्षा अलर्ट के साथ कई जगह सुरक्षा जांच की गई है।
प्रदेश में आज से शुरू होने वाले शीतकालीन पर नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उनका कहना है कि सदन में समाजवादी पार्टी प्रदेश में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव का मुद्दा उठाएगी। इसमें संभल का मामला विशेष रूप से उठाये जाने का अनुमान है।
मौजूदा मुद्दों पर विपक्ष की तैयारी को देखते हुए सदन में भारी हंगामा होने के आसार हैं। प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द की बिगड़ी स्थिति पर माता प्रसाद पांडेय का कहना है कि उनकी पार्टी सरकार को जवाबदेह ठहराएगी।
इसके अलावा, उन्होंने संभल में मंदिर मिलने संबंधी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सवाल में जानना चाहा है कि मुख्यमंत्री योगी ने अपनी बात रखी और उन्हें ऐसा करने का अधिकार है। लेकिन, मंदिर अब क्यों मिला?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़, 18 दिसंबर को कांग्रेस उत्तर प्रदेश विधानसभा का घेराव करेगी। प्रदेश में बढ़ती बिगड़ती कानून व्यवस्था के अलावा किसानों का गन्ना बकाया, बिजली का निजीकरण और बढ़ती हुई मंहगाई को लेकर कांग्रेस घेराव करेगी।
प्रदेश सरकार के मंत्री बलदेव सिंह औलख ने विधानसभा सत्र को लेकर कहा कि विपक्ष क्यों संभल की घटना को मुद्दा बना रहा है, जबकि वहां क्या हुआ सबने देखा। आगे उन्होंने कहा कि कहीं भी किसान परेशान नहीं है।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए पांडेय ने कहा कि हम सांप्रदायिक घटनाओं और दंगों के माध्यम से सौहार्द बिगाड़ने के प्रयासों के बारे में सरकार को नोटिस देंगे। हम इन घटनाओं के लिए सरकार को जवाबदेह ठहराएंगे। सत्र के दौरान भारी हंगामा होने की उम्मीद है।
समाजवादी पार्टी साम्प्रदायिकता के अलावा भी अन्य समस्याओं की तरफ प्रदेश सरकार का ध्यान आकर्षित कराने के मूड में है। इसके तहत विपक्षी पार्टी जनता से जुड़े मुद्दे उठाएगी। इसमें बेरोज़गारी और किसानों की समस्याओं के अलावा सभी तरह के अन्याय के खिलाफ बात रखी जाएगी।
माता प्रसाद पांडेय ने सत्ता पक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि वह मुख्य मुद्दों और वास्तविक चुनौतियों से ध्यान भटका रही है। प्रदेश के 25 करोड़ की आबादी वाले राज्य की समस्याओं के जवाब देने के मामले में उन्होंने सरकार को भय में बताया।
उन्होंने कहा कि सरकार ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। बेरोज़गारी की समस्या को उन्होंने देश का सबसे बड़ा मुद्दा बताया।
आज के सत्र में सूबे की सरकार अनुपूरक बजट पेश कर सकती है। अनुमान है कि सत्र के दूसरे दिन अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। उसके बाद 18 दिसंबर को अनुपूरक बजट पर चर्चा के बाद उसे पारित किया जाएगा। प्रयागराज के महाकुंभ पर केंद्रित अनुपूरक बजट के 12 से 15 हजार करोड़ रुपये के बीच होने की संभावना है।