कोलकाता रेप-मर्डर मामले में आंदोलन कर रहे डॉक्टरों और सरकार के बीच आख़िरकार सहमति हो गई और सरकार ने डॉक्टरों की मांगें मान ली हैं। सरकार किसी तरह भी जूनियर डॉक्टरों की काम पर वापसी चाहती है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक की और इस बैठक के नतीजे के रूप में उन्होंने डॉक्टरों की अधिकांश मांगों पर अपनी सहमति व्यक्त की।
जूनियर डाक्टरों की मांगों में प्रमुख रूप से कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत कुमार गोयल और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को हटाया जाना शामिल है।
ममता बनर्जी ने प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों को संबोधित करते हुए कहा- ‘जूनियर डॉक्टरों की मांग को देखते हुए कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत कुमार गोयल ने बैठक में कहा है कि वह इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं।’
विनीत गोयल आज शाम 4 बजे नए पुलिस आयुक्त को कार्यभार सौंपेंगे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि डिप्टी कमिश्नर नॉर्थ अभिषेक गुप्ता को भी हटाया जाएगा।
कोलकाता पुलिस कमिश्नर को बदलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में 3 अन्य लोगों को हटाने की मांग की गई है। इस पर मुख्यमंत्री का कहना है कि वह 2 के लिए सहमत हैं। इसके अलावा डाक्टरों की 99 फीसदी मांगो पर भी उन्होंने सहमति जताई है।
मुख्यमंत्री बनर्जी ने डॉक्टरों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखे जाने की बात कही। आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि वह आम नागरिकों को परेशानी से बचाने के लिए सहमत हैं। इसके लिए उन्होंने जूनियर डॉक्टरों से काम पर वापस आने का अनुरोध किया है।
कोलकाता रेप-मर्डर मामले में यह मांगे पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट और रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) की ओर की गई थीं, जिनमे कोलकाता के पुलिस कमिश्नर को हटाने और ममता सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में सभी वरिष्ठ अधिकारियों को बदलने की मांग प्रमुख थी।
पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट और रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने पिछले दिन यानी सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी मांगें रखी थी।
बताते चलें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर मामले में डॉक्टरों ने आंदोलन किया था। इन लोगों ने पांच सूत्री मांगें रखीं थीं, जिसमे पीड़िता के लिए न्याय की मांग के साथ मामले की जांच प्रक्रिया में तेजी लाना भी शामिल है।
पड़ताल कर रही पुलिस टीम की लापरवाही के मामले में भी कार्रवाई की मांग की गई, जिसमे प्रशासनिक विफलता के साथ कथित सबूतों से छेड़छाड़ के लिए कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के सहित उत्तर और मध्य के पुलिस उपायुक्त को हटाने की मांग शामिल थी।
इसी के तहत डाक्टरों की मांग थी कि पश्चिम बंगाल सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के चिकित्सा शिक्षा निदेशक (DME), स्वास्थ्य सेवा निदेशक (DHS) और स्वास्थ्य सचिव को हटाया जाए।