लंदन: वैज्ञानिकों ने एक ऐसे ब्लड टेस्ट की पहचान की है जो लक्षण प्रकट होने से 15 साल पहले अल्ज़ाइमर की पहचान कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह परीक्षण बीमारी के शीघ्र निदान में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के नेतृत्व में किया गया यह टेस्ट, दर्दनाक लम्बर पंक्चर से अधिक सटीक होने के साथ अन्य परीक्षणों से बेहतर पाया गया।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के नेतृत्व में एक अध्ययन में, स्वीडन में गोथेनबर्ग विश्वविद्यालय के डॉ. एश्टन निकोल्स ने 786 लोगों का परीक्षण किया, जिसके परिणाम न्यूरोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित हुए।
"A simple blood test can detect Alzheimer’s up to 15 years before symptoms emerge, with experts claiming it could 'revolutionise' early diagnosis of the disease."https://t.co/wLO1j6TXSv
— Human Progress (@HumanProgress) January 24, 2024
विशेषज्ञों ने बताया कि यह परीक्षण 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए यह राष्ट्रव्यापी स्क्रीनिंग कार्यक्रम का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। शोध में ये खुलासा भी हुआ कि यदि रोग का शीघ्र निदान हो जाए तो वर्तमान उपचार बेहतर काम कर सकते हैं।
विकसित परीक्षण रक्त में p-tau 217 नामक प्रोटीन की मात्रा को मापकर काम करता है, जो अल्ज़ाइमर रोग के दौरान मस्तिष्क में बदलता है।
यह सूचकांक रोगी की बीमारी की गंभीरता का संकेत दे सकता है, जिससे अन्य जांच की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के इंस्टीट्यूट ऑफ जेनेटिक्स के मानद प्रोफेसर डेविड कर्टिस ने कहा कि 50 वर्ष से अधिक उम्र के किसी भी व्यक्ति को कोलेस्ट्रॉल की जांच की तरह ही प्रत्येक कुछ वर्षों में इस नियमित जांच से लाभ हो सकता है। आगे उन्होंने कहा कि मौजूदा उपचारों में बीमारी का शीघ्र निदान होने पर बेहतर काम करने की क्षमता है।