गुजरात के शहर सूरत में अभिभावकों के एक फैसले ने चार बच्चों की ज़िंदगी में उजाला भर दिया। ‘ब्रेन डेड’ नवजात के माता-पिता ने उसके अंगों को दान करने का फैसला किया। ये जानकारी एक अंग दान फाउंडेशन ने दी।
करीब 100 घंटे के इस शिशु के अंगों का दान चार बीमार शिशुओं को नया जीवन देने का जरिया बना। गुजरात के सूरत शहर में इस ‘ब्रेन डेड’ नवजात के माता-पिता ने उसके अंगों को दान करने का फैसला लिया और एक अंग दान फाउंडेशन ने उनकी सहायता की।
Gujarat: 100 घंटे के ब्रेन डेड शिशु के अंगदान से चार बच्चों को मिला नया जीवन, देश का सबसे कम उम्र का अंगदाता#OrganDonation #Surat #Gujarathttps://t.co/SVGMsxAY1q
— Amar Ujala (@AmarUjalaNews) October 29, 2023
इस प्रक्रिया में अपनी भूमिका निभा रहे इस गैर सरकारी संगठन जीवनदीप ऑर्गन डोनेशन फाउंडेशन के अनुसार अंगदान करने वाला ये शिशु देश का सबसे कम उम्र का अंगदाता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ जन्म के बाद दिल की धड़कन कम होने के कारण नवजात इनक्यूबेटर में था। शिशु को साँस लेने में कठिनाई हो रही थी। क़रीब 48 घंटे की निगरानी के बाद जब बच्चे की जांच हुई तो पता चला शिशु का ‘ब्रेन डेड’ है।
नवजात के माता-पिता परामर्श के बाद जरूरतमंद लोगों को अपने बच्चे के अंगों को दान करने के लिए राज़ी हो गए। जानकारी के मुताबिक़ 23 अक्टूबर को जन्म के लगभग 100 घंटे बाद शिशु के दोनों गुर्दे, कॉर्निया और एक स्प्लीन निकाली गईं।