प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी संसद को दूसरी बार संबोधित किया। गुरुवार देर रात दिए जाने वाले इस सम्बोधन में पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में संसद को धन्यवाद दिया। भारत और अमेरिका के रिश्तों पर बोलते हुए उन्होंने एआई शब्द का प्रयोग किया और इसका खुलासा करते हुए बताया कि इसका मतलब है- अमेरिका और इंडिया।
ओपन भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और अमेरिका पर मार्टिन किंग लुथर और गांधी के प्रभाव का ज़िक्र किया करने के साथ भारत को लोकतंत्र की जननी बताया। यहाँ की अनेकता का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे यहां 2500 पार्टियां हैं। हमारी 22 ऑफिशियल भाषाएं हैं। हजारों बोली हैं। हर 100 मील पर खाने का तरीका बदल जाता है। भारत में विविधता जिंदगी जीने का प्राकृतिक तरीका है। भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा।
इसके अलावा प्रधानमंत्री के संबोधन में कही जाने वाली महत्वपूर्ण बातें इस इस तरह थीं-
पीएम मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस के सम्बोधन को एक बड़ा सम्मान बताते हुए भारत की 1.4 अरब जनता के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। आजादी के 75 साल का ज़िक्र करते हुए उन्होंने हजारों वर्षों के विदेशी शासन के बाद अपनी 75 वर्षों की स्वतंत्रता की यात्रा का जश्न मनाये जाने का वर्णन किया
सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास को अपना विजन बताते हुए उन्होंने कहा कि पिछली शताब्दी में जब भारत को आजादी मिली तो इससे अन्य देशों को भी प्रेरणा मिली। इस सदी में जब भारत विकास का बेंचमार्क स्थापित करेगा तो अन्य देश भी इससे प्रेरित होंगे।
प्रधानमंत्री ने अलग परिस्थितियों और इतिहास से आने के बाद एक समान दृष्टिकोण और एक समान नियति से एकजुट होने की बात कही। देश में विज्ञान को नए अवसर के बारे में बताया।
अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन-रूस युद्ध पर बड़ा बयान दिया. पीएम मोदी ने कहा कि 'ये युद्ध नहीं डायलॉग और डिप्लोमेसी का समय है.'#NarendraModi #ModiInUSA #UkraineRussiaWar #USCongress pic.twitter.com/B663jqwOha
— ABP News (@ABPNews) June 22, 2023
अपने सम्बोधन में आतंकवाद को मानवता का दुश्मन बताने के साथ इससे निपटने और आतंक को बढ़ावा देनी वाली ताकतों पर काबू पाने की बात कही।
भारत के बुनियादी ढांचे के विकास पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने 150 मिलियन से अधिक लोगों को छत देने के लिए करीब 40 मिलियन घर दिए जाने की बात कही। साथ ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम के तहत करीब 500 मिलियन लोगों को फ्री इलाज देने का ज़िक्र किया।
भारत में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर किए गए सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- लोकतंत्र भारत के डीएनए में है, भारत में किसी भी आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता है।
ओबामा बोले मोदी से बात होती तो भारत में मुसलमानों की सुरक्षा का मुद्दा उठाता, कांग्रेस ने ली चुटकी https://t.co/aSe7OGwGsj
— BBC News Hindi (@BBCHindi) June 22, 2023
क्लाइमेट चेंज पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा- हमने पर्यावरण का दोहन नहीं किया, इसके बावजूद हम इससे निपटने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले बताया कि भारत नासा के आर्टेमिस अकॉर्ड का हिस्सा बनेगा। इसके तहत 2024 में भारतीय अंतरिक्ष यात्री को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में भेजा जाएगा।
इस दौरान वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्टर ने प्रधानमंत्री से सवाल किया- ‘भारत खुद को लोकतांत्रिक देश कहता है, पर कई मानवाधिकार संगठन कहते हैं कि आपकी सरकार अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव करती है। आप अपने देश में मुस्लिमों और दूसरे अल्पसंख्यकों के अधिकारों और बोलने की आजादी को सुरक्षित रखने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं?’
जवाब में पीएम मोदी ने कहा- ‘मुझे आश्चर्य है कि आप कह रहे हैं कि लोग कहते हैं। लोग कहते हैं नहीं बल्कि भारत लोकतांत्रिक है। जैसा कि राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा भारत और अमेरिका दोनों के डीएनए में लोकतंत्र है। लोकतंत्र हमारी रगों में है, लोकतंत्र को हम जीते हैं। हमारे पूर्वजों ने उसे शब्दों में डाला है। हमारा संविधान और हमारी सरकार और हमने सिद्ध किया है कि डेमोक्रेसी कैन डिलीवरी जब मैं डिलीवरी कहता हूं तब जाति, पंथ, धर्म किसी भी तरह के भेदभाव की वहां पर जगह नहीं होती है। जब आप लोकतंत्र कहते हैं तो पक्षपात का कोई सवाल ही नहीं उठता है।’