लखनऊ : विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति आज रात 10 बजे से हड़ताल शुरू करेगी। मांगे पूरी न होने के विरोध में बिजली इंजिनियर हड़ताल पर जा रहे हैं। इससे पहले बुधवार को संघर्ष समिति ने पूरे प्रदेश में कार्य बहिष्कार किया। इस हड़ताल को एनसीसीओईईई की ओर से समर्थन मिल रहा है।
समिति के पदाधिकारियों की शिकायत है कि 3 दिसंबर, 2022 को हुए लिखित समझौते में ऊर्जा मंत्री की ओर से 15 दिन का समय मांगा गया था। अब 112 दिन बीत जाने के बाद भी समझौते के प्रमुख बिंदुओं पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
इस मामले में नैशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लॉइज ऐंड इंजिनियर्स ने समिति को अपना समर्थन दिया है।
इस हड़ताल पर ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने सभी आरोपों को नकारते हुए बिजली कर्मचारियों से हड़ताल वापस लेने की अपील की है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का आरोप है कि समझौते के वादों को पूरा नहीं किया गया। इस मामले में एनसीसीओईईई यानी नैशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लॉइज ऐंड इंजिनियर्स ने समिति को अपना समर्थन दिया है।
— Amar Ujala Lucknow (@AU_LucknowNews) March 15, 2023
बिजली कर्मियों ने मंगलवार से आंदोलन शुरू कर दिया है। इससे पूर्व तीन दिसंबर को ऊर्जा मंत्री की मौजूदगी में हुए लिखित समझौते को लागू करने की मांग को लेकर विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति ने कल कार्य बहिष्कार किया और 16 मार्च की रात से 72 घंटे की हड़ताल का एलान किया है।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि बिजली कर्मियों का मक़सद हड़ताल नहीं है। हड़ताल उन पर थोपी जा रही है। समिति की मांग है कि इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री योगी हस्तक्षेप करें।