अपने दौर की मशहूर एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर 12 साल बाद पर्दे पर वापसी करने जा रही हैं।
शर्मिला टैगोर आखिरी बार साल 2010 में आई फिल्म ‘आफ्टर ब्रेक’ में नजर आई थीं और अब वह मनोज बाजपेयी की ‘गुलमोहर’ में नजर आएंगी। यह फिल्म 3 मार्च को प्रीमियर ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हो रही है।
शर्मीला ने हाल ही में एक इंटरव्यू में फिल्म ‘गुलमोहर’ में अपनी भूमिका के बारे में बात की और कहा कि मैं पर्दे पर एक पारंपरिक रूढ़िवादी किरदार में नहीं नज़र आना चाहती हूँ, ये बात फिल्म प्रशंसक पहले से ही समझते हैं।
शर्मीला टैगोर ने आगे कहा कि फिल्म ‘गुलमोहर’ में मैंने जो किरदार निभाया था, उसके कई अलग-अलग रूप हैं।
साथ ही उन्होंने कहा कि लोग जानते हैं कि मां या भाभी कैसी होती हैं, मैं इस तरह के छोटे-मोटे रोल नहीं करना चाहती थी।
शर्मिला टैगोर ने कहा कि हमारे समाज में कई बुजुर्ग और खासकर महिलाएं युवा पीढ़ी को सुविधाएं देने की अपनी आकांक्षाओं को नजरअंदाज कर देती हैं। उनके मुताबिक़ ऐसे में यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि यदि आप जो चाहते हैं और उसे प्राथमिकता देते हैं, तो यह गलत नहीं है।”
शर्मीला ने खुलासा किया कि अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने सिर्फ अपने घर का किराया देने और कई लोगों की मदद करने के लिए कुछ फिल्मों में काम किया था, लेकिन अब उन्होंने फिल्म ‘गुलमोहर’ में अपने काम के बारे में बताते हुए कहा है कि ये किरदार के फैसले की अहमियत दर्शाता है।