भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर यानी पॉलिसी रेट को बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया। रेपो रेट वह ब्याज है जिस पर आरबीआई कमर्शियल बैंकों को पैसा उधार देता है। रेपो रेट में बढ़ोतरी की घोषणा का असर आने वाले दिनों में महंगे लोन के रूप में सामने आ सकता है।
आरबीआई द्वारा रेपो रेट में इजाफे के बाद अब रेपो रेट 6.25% से बढ़ाकर 6.5% हो गया है। इस तरह से रेपो रेट में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी होने से ईएमआई पर असर पढ़ेगा।
आरबीआई ने 10 महीने में 6 बार रेपो रेट बढ़ाई, जानिए आप पर कैसा होगा बढ़ी दरों का असर #RBIRepoRate #RBI #loanrates https://t.co/wQHqDew0Yb
— ET Hindi (@ETHindi) February 8, 2023
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ मॉनेटिरी पॉलिसी के 6 में से 4 सदस्य रेपो रेट को बढ़ाने के पक्ष में थे। रेपो रेट में होने वाली इस बढ़ोतरी का प्रभाव लोन पर देखने को मिलेगा। इसके नतीजे में होम, कार और पर्सनल लोन की ईएमआई पर इसका प्रभाव पड़ सकता है।
रेपो रेट में 0.25% की बढ़ोतरी हुई, 0.25% बढ़ाकर 6.50 % हुआ: आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास, मुंबई pic.twitter.com/5Xd3DKI7kR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 8, 2023
इसे जाने के लिए इस तरह भी समझ सकते हैं कि जब बैंकों को रिजर्व बैंक से कर्ज ज्यादा ब्याज दर पर मिलता है, तो इससे रेपो रेट बढ़ता है। इसके नतीजे में आम आदमी के लिए होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन महंगा हो जाता है। इसके विपरीत रेपो रेट में कटौती होने पर दर काम होती है और आम जनता को राहत मिलती है।