लखनऊ। उत्तरप्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी सियासी दलों ने अपनी रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। प्रदेस की सत्ता पर काबिज़ समाजवादी पार्टी भी इसमें पीछे नहीं है। इसके लिये सपा सबसे पहले संगठन को मजबूत करने पर जोर दे रही है। ताकि उसके सहारे अखिलेश सरकार के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों को लोगों तक पहुंचा सके। इसके लिये सभी जिलों से सपा सरकार में किये गये विकास कार्यों और विधानसभा क्षेत्रों में हुए विकास के लिए विधान परिषद सदस्यों से विधायकों की रिपोर्ट मांगी गई है।
सपा किसी भी कीमत पर यूपी की सत्ता दोबारा चाहती है। यही वजह है कि पार्टी के मिशन 2017 की तैयारियों से लेकर समीक्षा का काम खुद मुलायम सिंह यादव संभालेंगे। इसके लिये जिला पंचायत अध्यक्ष और विधान परिषद सदस्यों के साथ बैठकें की जायेंगी। सपा नेताओं का कहना है कि चुनाव को देखते हुए मुलायम सिंह ने विधान परिषद सदस्यों और जिला पंचायत अध्यक्षों की बैठक बुलाई है। बैठक के दौरान क्षेत्र में कराए गए कामों के अलावा चुनाव के हिसाब से जिताऊ और टिकाऊ उम्मीदवारों के बारे में राय मांगी जाएगी।
दूसरी तरफ़ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सपा सरकार एक बार फिर यूपी का युवा चेहरा बनाकर चुनाव में पेश करेगी। यही वजह है कि चुनावी तैयारियों को लेकर अखिलेश यादव युवा फ्रंटल संगठनों की बैठक लेंगे। सपा के युवा फ्रंटल संगठनों में शामिल समाजवादी छात्रसभा, लोहिया वाहिनी और मुलायम सिंह यूथ बिग्रेड के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ अखिलेश यादव 13 और 14 जुलाई को बैठक करेंगे। सूत्रों की मानें तो तैयारियों और समीक्षा के दौरान सीएम संगठन में भी कुछ बदलाव कर सकते हैं।
विधान परिषद सदस्यों को सौंपी गयी जिम्मेदारी
सपा सूत्र बता रहे हैं कि चुनाव के मद्देनजर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने जिताऊ और टिकाऊ उम्मीदवारों को लेकर रणनीति तैयार की है। इसके अंतर्गत 36 विधान परिषद सदस्यों को अलग-अलग मंडलों की जिम्मेदारी देकर विधायकों की रिपोर्ट देने को कहा गया है। साथ ही जिन विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी दूसरे स्थान पर थी, वहां के उम्मीदवारों के बारे में भी रिपोर्ट मंगायी जा रही है ताकि टिकट फाइनल करने के दौरान पार्टी को किसी तरह की दिक्कत न हो। इसके लिये दो-दो विधान परिषद सदस्य एक-एक मंडल की रिपोर्ट तैयार करेंगे।
– देवीपाटन मंडल: सुनील सिंह साजन और राम अवध यादव।
– लखनऊ: असीम यादव और संतोष यादव।
– फैजाबाद: आनंद भदौरिया और शशांक यादव।
– बस्ती मंडल: हीरालाल यादव और राजेश यादव प्रभारी।
– गोरखपुर: विजय यादव और महफजुर्रहमान।
– वाराणसी: राजपाल कश्यप और रणविजय सिंह।
– मेरठ: वीरेंद्र सिंह और राकेश यादव।
– सहारनपुर: संजय लाठर और नरेंद्र भाटी।
– अलीगढ़: ठाकुर उदयवीर सिंह और अरविंद प्रताप सिंह यादव।
– आगरा: अरविंद कुमार सिंह और रामवृक्ष यादव।