मुंबई। मुंबई में शुक्रवार को जारी भारी बारिश की वजह से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले 24 घंटों में यहां 150 से 180 मिलीमीटर पानी गिर गया है। लोगों को अब 26 जुलाई, 2005 का दिन याद आ रहा है। जब एक ही दिन की बरसात ने यहां तबाही मचा दी थी।
दरअसल 14 साल पहले महानगर में एक ही दिन में 944 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। ठीक 14 साल बाद हुई इसी तरह की भारी बारिश से मुंबई के कई हिस्सों में जलभराव हो गया और यातायात बाधित हो गया। साथ ही कई उड़ानों में देरी हुई।
मुंबई हवाई अड्डा के प्रवक्ता ने बताया कि मुंबई हवाई अड्डे से 17 उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर समीप के हवाई अड्डों पर भेजा गया और चार उड़ानों को उतरने से पहले काफी देर हवा में ही चक्कर लगाने पड़े। मौसम विभाग ने बताया कि अगले चार घंटों में ठाणे, रायगढ़ और मुंबई जिलों में मूसालाधार बारिश जारी रहेगी।
CM @Dev_Fadnavis instructs the Chief Secretary to personally monitor rescue operations at Wangi where people are stranded in #MahalaxmiExpress. 4 teams of NDRF reached and they are evacuating passengers with the help of 8 boats. #MumbaiRains pic.twitter.com/PROLgLJNeo
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) July 27, 2019
इसी दिन 14 साल पहले मुंबई भारी बारिश की चपेट में आई थी जिससे शहर भर में तबाही मच गई थी, कई लोगों की जान चली गई थी और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर उस दिन को याद किया।
Following the incessant rains over the last 24 hours in Mumbai & adjoining areas, Eight Flood rescue teams from #IndianNavy incl three Diving teams have been mobilised with rescue material, Inflatable boats and life jackets 1/2 @CMOMaharashtra @Dev_Fadnavis @NDRFHQ @ndmaindia pic.twitter.com/PFpVnmTMnl
— SpokespersonNavy (@indiannavy) July 27, 2019
ट्विटर यूजर मधु ने कहा, ’14 साल पहले इस दिन मुंबई की सड़कें नदियों में तब्दील हो गई थीं और लोगों को घर पहुंचने के लिए कठिन यात्रा करनी पड़ी थी। इस दिन को लेकर आपकी क्या यादें हैं, क्या आप बारिश में फंसे हुए थे, आप सुरक्षित स्थानों पर कैसे पहुंचे थे? चलिए यहां साझा करते हैं।’
Road No.17 Chembur, near the Monorail station, was repaired in June,2019, inspite of being in good condition. It has become worst now. @mybmc Strict action must be taken against chief engineers & contractors for irregularities in construction of roads.@mumbaitraffic #MumbaiRains pic.twitter.com/SrZaC1hfpv
— Sujit Mohan (@Justice_Gateway) July 26, 2019
एक अन्य यूजर अभिषेक श्रीवास्तव ने 2005 की बारिश पर ट्वीट किया, ‘मैं विद्याविहार से पवई तक पैदल गया था क्योंकि ट्रेन सेवा मातुंगा से विद्याविहार तक रुक गई थी। आठ घंटे का सफर पैदल तय किया। उसी दिन घर पहुंच गया था।’
A rainy day in Bombay#MumbaiRains pic.twitter.com/TPEyWvW4kC
— Mumbai Heritage (@mumbaiheritage) July 26, 2019
कुछ लोगों ने मुंबई के जज्बे को याद किया और बताया कि लोगों ने कैसे 2005 की बारिश से पार पाया और जरूरतमंदों की मदद की। लोगों ने फंसे हुए लोगों को शरण देने के लिए अपने घर के दरवाजे खोले जबकि अन्य ने बाहर निकल कर खाना एवं पानी उपलब्ध कराया।
इस बीच मौसम विभाग ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के तीन जिलों रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के लिये ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी करते हुए अगले 24 घंटों में मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। ऑरेंज अलर्ट इसलिए जारी किया जाता है कि ताकि प्राधिकारी जरूरी कदम उठाने के लिए तैयार रहें।