पश्चिम बंगाल में दो लोगों की मौत और कई लोगों को इस खेल का न्योता मिलने के बाद राज्य सरकार ने इस खतरनाक खेल पर अंकुश लगाने की दिशा में ठोस पहल की है. मुंबई समेत दूसरे शहरों में भी अब पुलिस व प्रशासन सक्रिय हो रहा है.
ब्लू व्हेल की तर्ज पर फेसबुक से शुरू होने वाला मोमो चैलेंज ऐसा जानलेवा खेल है जिसके तहत खासकर युवाओं को कठिन ऑनलाइन चुनौतियां दी जाती हैं. इसका अंत संबंधित खिलाड़ी की आत्महत्या से होता है.
अब हाल के दिनों में देश के विभिन्न हिस्सों में व्हट्सएप के जरिए लोगों को इसका लिंक और न्योता भेजा जा रहा है. इसमें खिलाड़ियों को जापानी कलाकार मिदोरी हयाशी की एक कलाकृति भेजी जा रही है. इसमें एक कुरूप दिखने वाली महिला की आंखें बाहर निकलती नजर आ रही हैं. यह आंखें मोमो जैसी लग रही हैं.
इस खेल के लिए अज्ञात नंबरों से जिन युवाओं को न्योता भेजा जा रहा है उनमें कई निर्देश होते हैं. अगर वह उनको नहीं मानते तो उनको और हिंसक तस्वीरें भेजने की धमकी दी जाती है. पश्चिम बंगाल में ऐसे कम से कम दो मामले सामने आए हैं जिनमें एक युवक और एक युवती ने संभवतः मोमो चैलेंज के चलते आत्महत्या कर ली.
राजधानी कोलकाता की एक कामकाजी महिला को भी व्हट्सएप के जरिए इसका न्योता भेजा गया है. इसी तरह जलपाईगुड़ी जिले की एक छात्रा को इसका न्योता मिला. इन दोनों ने पुलिस के साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है.
पश्चिम बंगाल सरकार अब इस खतरे से निपटने के लिए ऐहतियाती कदम उठा रही है. दार्जीलिंग जिले के कर्सियांग में 18 साल के मनीष सारकी और 26 साल की अदिती गोयल ने क्रमशः 20 और 21 अगस्त को आत्महत्या कर ली थी.पुलिस को संदेह है कि यह दोनों मोमो चैलेंज खेल में फंसे थे.