अलीगढ़: पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी के मदरसा चाचा नेहरु में अब हिन्दू, मुस्लिम, सिख इसाई और सभी वर्गों के छात्र एक साथ कुरान पढ़ेंगे। वह भी ऐसा जो हिफ्ज़ होगा।
बच्चों को कुरान हिन्फ्ज़ करने के लिए तीस शिक्षक की खास तौर पर तैनाती की गई है। आज से स्कूल में कुरान की क्लासें शुरू होंगी। राज्य में शायद इस तरह का यह पहला मदरसा होगा। अल नूर चेरीटेबल सोसाइटी के संस्थापक व चेयर पर्सन सलमा अंसारी ने यहाँ भमोला फटक के पास मदरसा चाचा नेहरु चलाती हैं, जिसमें प्ले से लेकर क्लास आठ तक 3500 से अधिक छात्र व छात्राएं हैं। सभी को फ्री शिक्षा मिड डे मील दिया जाता है।
बाहर के बच्चों के लिए स्कूल में हॉस्टल है। रविवार को अलीगढ आइन सलमा अंसारी स्कूल पहुँचीं और पूरा दें गुज़ारा। इंक़लाब न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में उन्होंने कहा कि सोमवार से सभी बच्चों को क़ुरान हिफ्ज़ कराया जायेगा। उसका मकसद बच्चों को स्मार्ट बनाना है। हिफ्ज़ से दिमाग तेज़ होता है। स्कूल में पहले से ही अल्लाह और ॐ का जाप कराया जा रहा है।
इससे अनगिनत ओक्सीजन प्राप्त होती है। बच्चों को मेडिटेशन और योग सिखाया जा रहा है। धर्म से उसका कोई मतलब नहीं है। सलमा अंसारी ने कहा कि वह चाहती हैं कि सभी लोग साथ आयें और एक दुसरे के धर्म को समझें। इससे देश का विकास होगा। देश सही चलेगा तो लोगों का अभ्ला होगा। लोगों के बांटने से देश को नुकसान होगा।