नई दिल्ली। भारतीय रेलवे कैशलेस भुगतान की खातिर लगातार नये-नये प्रयास कर रही है। इसी के चलते भारतीय रेलवे अब नए साल में एक और तोहफा देने की तैयारी कर रही हैं।
दरअसल भारतीय रेलवे काउंटर पर टिकट जारी करने पर होने वाले खर्च को कम करना चाहती है। इसके लिए भारतीय रेलवे ने सभी बैंकों के प्रमुखों को एक पत्र लिखा है।
जिसमें रेलवे ने ऑनलाइन टिकट बुक करने के दौरान वसूले जाने वाले मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) चार्ज को खत्म करने की अपील की है। रेलवे का कहना हैं कि अगर बैंक MDR चार्ज खत्म या इसमें बड़ी कटौती करते हैं तो उन्हें और ज्यादा बिजनेस मिलेगा। आपको बता दें एमडीआर एक दर होती है, जिसे बैंक क्रेडिट और डेबिट कार्ड सर्विसेज मुहैया कराने के बदले मर्चेंट से लेते हैं। यह वॉल्यूम, एवरेज टिकट प्राइस, रिस्क और इंडस्ट्री के हिसाब से तय होता है।
क्या होगा फायदा :
# नए नियमों के तहत अब 30 सेकंड में तत्काल टिकट बुक करवा सकते हैं। कोई भी यूजर 30 सेकंड में बिना फेल हुए कन्फर्म तत्काल टिकट बुक कर सकता है। चार्ट भी दो बार तैयार किया जाएगा। चार्ट में बर्थ उपलब्ध होने पर यात्रियों को सीट मिल सकेगी।
# पहला रिजर्वेशन चार्ट ट्रेन रवाना होने के चार घंटे पहले तैयार होगा। दूसरा और अंतिम चार्ट ट्रेन रवाना होने के आधा घंटे पहले तैयार होगा।
# चार घंटे पहले चार्ट तैयार करने का मकसद यही है कि यात्री अपने टिकट की स्थिति जान सकें और वे समय रहते अपनी यात्रा की योजना बना सकें।
# इसके साथ ही ट्रेन की सीटों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित होगा और इससे रेलवे की आय भी बढ़ेगी।
# यह कदम कैशलेस इकोनॉमी के साथ ही बैंकों के लिए भी फायदेमंद होगा।
# इससे रेलवे की बुकिंग विंडो पर लगने वाली भीड़ में कमी आएगी।