वाशिंगटन: पत्रकारों की सुरक्षा करने वाली समिति का कहना है कि पिछले साल दुनिया भर में मारे गए 99 पत्रकारों में से 72 फिलिस्तीनी थे।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया एजेंसी के अनुसार, पिछले साल अक्टूबर में शुरू हुए हमास-इजरायल युद्ध की कवरेज के दौरान मारे गए पत्रकारों की संख्या ने एक दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में मारे गए करीब 75 फीसदी पत्रकार फिलिस्तीनी थे। 2023 में मारे गए 99 पत्रकारों की संख्या 2015 के बाद से सबसे अधिक है और 2022 से इसमें 44 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
Committee to Protect Journalists says of the 99 journalists killed globally last year, 72 were Palestinians in the Gaza Strip https://t.co/Z4ywRkUQaW pic.twitter.com/5FObbQaROZ
— Al Jazeera English (@AJEnglish) February 15, 2024
कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (सीपीजे) की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2023 में दुनिया भर में विभिन्न घटनाओं में 99 पत्रकार मारे गए, जिनमें से 77 साल के आखिरी तीन महीनों में गाजा में मारे गए।
सीपीजे की रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायल-गाजा युद्ध के पहले तीन महीनों (अक्टूबर से दिसंबर 2023) में उतने पत्रकार मारे गए, जितने पूरे साल में मारे गए थे।
सीपीजे की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल गाजा में अपनी ड्यूटी का पालन करते हुए कुल 77 पत्रकार मारे गए, जिनमें 72 फिलिस्तीनी, 3 लेबनानी और 2 इजरायली शामिल थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर साल 2023 के आखिरी 3 महीनों में गाजा में पत्रकारों की इतनी मौतें नहीं होतीं तो साल दर साल दुनिया भर में पत्रकारों की मौतों की संख्या में कमी देखने को मिलती।