मणिपुर की घटना को लेकर पूरे देश में नाराजगी का माहौल है. इसी बीच पीड़ित महिलाओं में एक ने 4 मई की घटना के बारे में बताते हुए पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़ा किया है।
मणिपुर में महिलाओं के साथ घटित घटना से पूरा देश स्तब्ध है। बीती 4 मई को होने वाली इस घटना का वीडियो बुधवार 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। मणिपुर में इंटरनेट बंद होने के चलते ये हिस्सा देश दुनिया से कटा हुआ है।
सरकार द्वारा जारी सख्त आदेश के बाद मणिपुर पुलिस ने घटना के मुख्य आरोपी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इसी बीच इस घटना की पीड़िता की आपबीती भी सामने आई।
मणिपुर मामले में अबतक 4 आरोपी गिरफ्तार, कई आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी#ManipurViralVideo @supreetanchor pic.twitter.com/XzzxJWNmAX
— Zee News (@ZeeNews) July 21, 2023
मामले की एक पेटिट महिला ने गुरुवार 20 जुलाई को द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्हें पुलिस ने भीड़ के हवाले कर दिया था। इस मामले में तीन महिलाओं के साथ क्रूरता की गई है।
महिला ने आरोप लगाया कि उस समय पुलिस भीड़ के साथ थी जो हमारे गांव पर हमला कर रही थी। इनमें से एक महिला की उम्र 20 वर्ष, दूसरी की 40 वर्ष जबकि तीसरी की 50 वर्ष है। महिला का आरोप है कि पुलिस ने हमें घर के पास से उठाया और गांव से थोड़ी दूर ले जाकर सड़क पर भीड़ केहवाले कर दिया।
मणिपुर पर संसद से सड़क तक कोहराम, 4 आरोपी गिरफ्तार, जानें अब तक क्या-क्या हुआ? #Manipurhttps://t.co/IrZfNEQdH1
— AajTak (@aajtak) July 20, 2023
शिकायत में उन्होंने बताया कि उनके गांव बी. फाइनोम पर 4 मई को भीड़ ने हमला कर दिया था। इस हमले में लोगों के घर जलाए गए और लूटपाट की गई। ये लोग अपनी जान बचाने के लिए जंगल में भाग गए। बाद में उन्हें थौबल पुलिस ने बचाया और पुलिस स्टेशन ले जाते समय भीड़ ने उन्हें रास्ते में रोक दिया। भीड़ थाने से लगभग दो किलोमीटर दूर पुलिस हिरासत से इन्हे अपने साथ ले गई और उनके साथ बर्बरता करने में हैवानियत की सारी हदें तोड़ दीं।
19 जुलाई को इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद देश ही नहीं दुनिया भर में इस मामले में रिएक्शन देखने को मिला। मणिपुर पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए सबसे पहले गुरुवार सुबह घटना के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। 32 वर्षीय इस व्यक्ति की पहचान हुइरेम हेरोदास मैतेई के रूप में हुई। बीती रात तक तीन और आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।