भोपाल। मध्यप्रदेश में सामान्य से ज्यादा बारिश हो रही है। पिछले एक हफ्ते से लगातार बारिश ने कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिये हैं। कई जगह सड़क कट गयी और पुल भी बह गये। 1 जून से 9 जुलाई तक 23 जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हो चुकी है। भारी बारिश ने मध्यप्रदेश में तबाही मचा दी है। प्रदेश के 3 संभाग बारिश से बुरी तरह प्रभावित है। बारिश की वजह से अब तक प्रदेश में 11 मौतें हो चुकी है। हालांकि सरकार ने यह संख्या 8 बताई है। राजधानी भोपाल के कई इलाकों में पानी भर गया है। खुद मुख्यमंत्री ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया है। उन्होंने माना है कि हालात बहुत खराब है। साथ ही कहा है कि सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिये हर संभव कदम उठा रही है।
मध्यप्रदेश के सतना में 10 और रीवा में 4 इंच पानी बरसा। श्योपुर में कूनो नदी का पुल बहने से वाहनों की कतार लग गई है। बारिश से प्रदेश पानी-पानी हो गया है। प्रदेश में दो दिन से हो रही भारी बारिश के कारण नर्मदा, तवा, पार्वती, चंबल, केन, तमस और सुनार नदियां उफान पर हैं। प्रदेश के 23 जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुयी है। राजधानी भोपाल में भी निचले इलाकों में जलभराव के हालात हैं। विदिशा जिले में कई रास्ते बंद हो गए हैं। विदिशा-अशोकनगर स्टेट हाईवे पर कागपुर पुल के करीब 6 फीट ऊपर पानी बह रहा है। विदिशा का रायसेन, अशोकनगर से संपर्क टूट चुका है। रायसेन में कौड़ी नदी के पुल के पांच फीट ऊपर पानी बह रहा है। इससे विदिशा, सांची, सलामतपुर सहित दर्जनों गांवों का संपर्क टूट गया। होशंगाबाद के लिए अलर्ट नर्मदा-तवा में बाढ़ की स्थिति है। मौसम विभाग ने होशंगाबाद जिले और उसके आस पास भारी बारिश की चेतावनी दी है।