भारतीय विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने बल देकर कहा है कि नई दिल्ली सरकार ईरान के चाबहार बंदरगाह को विस्तृत करने का प्रयास जारी रखेगी।
समाचार एजेन्सी इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार गुरूवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक प्रेस कांफ्रेन्स में रविश कुमार ने कहा कि भारत सरकार ईरान की सहायता व सहकारिता से चाबहार बंदरगाह को पूरा करने का कार्य जारी रखेगी।
चाबहार बंदरगाह को विस्तृत करने की परियोजना में चीन और पाकिस्तान के भाग लेने हेतु ईरानी विदेशमंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ के आह्वान की प्रतिक्रिया के संबंध में रविश कुमार ने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान का अधिकार है कि वह चाबहार बंदरगाह की आधार भूत संरचना में विकास के लिए अपने भागीदार का चयन करे।
भारतीय विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने इसी प्रकार चाबहार बंदरगाह में होने वाले ध्यानयोग्य विकास की ओर संकेत किया और कहा कि वर्ष 2017 के अक्तूबर महीने में चाबहार बंदरगाह के माध्यम से भारत से अफ़गानिस्तान गेहूं पहुंचाया गया।
ज्ञात रहे कि चाबहार बंदरगाह भारत, अफ़ग़ानिस्तान और ईरान के मध्य एक महत्वपूर्ण त्रिपक्षीय परियोजना है।
इसी प्रकार मई 2016 में ईरान के राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी, अफगानिस्तान के उनके समकक्ष मोहम्मद अशरफ ग़नी और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में तेहरान में ट्रांज़िट के एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर हुआ था।