मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से जारी ‘वचनपत्र’ में सरकारी परिसरों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं पर प्रतिबंध लगाने का जिक्र आने के बाद से बीजेपी आक्रामक हो गई है और उसने इस बहाने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को निशाने पर ले लिया है।
बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस का एक ही मकसद है मंदिर नहीं बनने देंगे और शाखा नहीं चलने देंगे।
बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि कांग्रेस नेता नक्सलियों का समर्थन करते हैं, लेकिन संघ पर प्रतिबंध लगाने की बात करते हैं। जबकि कांग्रेस महासचिव दीपक बावरिया ने कुछ समय पहले अपने कार्यकतार्ओं से कहा था कि अनुशासन सीखने की जरूरत आरएसएस से है। अब कांग्रेस के कल जारी किए गए घोषणापत्र ‘वचनपत्र’ में संघ की शाखाओं पर प्रतिबंध लगाने की बात कही गई है।
उन्होंने मांग की कि राहुल गांधी, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह संघ पर किस तरह के प्रतिबंध की बात कर रहे हैं, यह स्पष्ट करना चाहिए और उन्हें इसके लिए माफी भी मांगनी चाहिए। उन्होंने दिग्विजय सिंह को भी निशाने पर लिया और कहा कि वे सच कहते हैं कि जब वह (सिंह) बोलते हैं कि कांग्रेस के वोट कटते हैं।
पात्रा का दावा है कि दिग्विजय सिंह इस तरह की भाषा बोलते हैं, इसलिए ही कांग्रेस के वोट कट जाते हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध में काफी आपत्तिजनक और असम्मानजनक टिप्पणी कर चुके हैं और आज फिर दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके कहा है कि पीएम के लिए चौराहा ढूंढ रहे हैं। यह सब बातें कांग्रेस नेताओं को शोभा नहीं देती हैं। देश और प्रदेश की जनता इन सब बातों को लेकर कांग्रेस को जवाब देगी।