काबुल सरकार ने तालेबान के साथ जो संघर्ष विराम किया है वह बुधवार को समाप्त हो जाता इससे पहले काबुल सरकार ने युद्ध विराम के समय में 10 दिन की वृद्धि कर दी है
अफ़ग़ान मामलों के एक राजनीतिक विशेषज्ञ ने कहा है कि इस देश के राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ ग़नी द्वारा तालेबान गुट से संघर्ष विराम की घोषणा से अमेरिका नाराज़ हो गया है।
समाचार एजेन्सी फार्स की रिपोर्ट के अनुसार वहीद ज़ुहूरी हुसैनी ने कहा कि अमेरिका अफ़ग़ानिस्तान में अपनी उपस्थिति को वैध दर्शाने के लिए इस चेष्टा में है कि अफ़ग़ानिस्तान में अशांति जारी रहे इस आधार पर वह काबुल सरकार और तालेबान गुट के बीच होने वाले संघर्ष विराम से नाराज़ है।
इस राजनीतिक विशेषज्ञ ने अमेरिका द्वारा आतंकवादी गुट दाइश के समर्थन और अफ़ग़ानिस्तान के पूर्व में स्थित नंगरहार प्रांत में आतंकवादी विस्फोटों की ओर संकेत किया और कहा कि अमेरिका अफ़ग़ानिस्तान में शांति व सुरक्षा स्थापित नहीं करना चाहता है।
शनिवार और रविवार को अफगानिस्तान के नंगहार प्रांत में होने वाले विस्फोटों में 100 से अधिक व्यक्ति हताहत व घायल हो गये और आतंकवादी गुट दाइश ने इन विस्फोटों की ज़िम्मेदारी स्वीकार की थी।
यह विस्फोट काबुल सरकार और तालेबान के मध्य होने वाले युद्ध विराम के दौरान हुए हैं। काबुल सरकार ने तालेबान के साथ जो संघर्ष विराम किया है वह बुधवार को समाप्त हो जाता इससे पहले काबुल सरकार ने युद्ध विराम के समय में 10 दिन की वृद्धि कर दी है।