नई दिल्ली. मलेशिया की नागरिकता चाहता है जाकिर नाइक, भारतीय एजेंसियों को तलाश. कंट्रोवर्शियल इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक ने मलेशिया की नागरिकता के लिए अप्लाई किया है। मनी लॉन्ड्रिंग और आतंक को बढ़ावा देने के आरोपों से घिरा नाइक नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और इनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) के रडार पर है। इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया है। पिछले दिनों ईडी की अर्जी पर मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने गिरफ्तारी के लिए गैर-जमानती वारंट जारी किया था।
न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, नाइक को मलेशिया में बसने की इजाजत न मिले, इसके लिए भारत सरकार अपने डिप्लोमैटिक सोर्सेज का इस्तेमाल कर रही है। मलेशियन अथॉरिटीज को पता चल चुका है कि नाइक पर आतंक को बढ़ावा देने के आरोप लगे हैं। जैसे ही भारतीय एजेंसियों ने नाइक के खिलाफ जांच शुरू की। जुलाई, 2016 में वह देश छोड़कर भाग गया था। फिलहाल वह कहां है, इसकी पुख्ता जानकारी नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि वह यूएई, सऊदी अरब के अलावा अफ्रीका और साउथ-ईस्ट एशिया के देशों में घूम रहा है।
क्या है मामला?
बता दें कि ढाका में पिछले साल हुए आतंकी हमले में शामिल कुछ लोगों ने पूछताछ में बताया था कि वो जाकिर नाइक की स्पीच सुनकर इन्सपायर हुए थे। नाइक पर आरोप है कि उसने पीस टीवी चैनल के जरिए भड़काऊ स्पीच से दूसरे धर्मों के लिए नफरत फैलाने का काम किया। इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (NGO) के लिए करोड़ रुपए का फंड मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए जुटाया। इससे आतंकियों की मदद की। कुछ महीने पहले जांच एजेंसियों ने जाकिर के करीबी आमिर गजदर को अरेस्ट किया था। वह जाकिर से द्वारा शुरू की गईं 6 कंपनियों का डायरेक्टर था। एनआईए की जांच में नाइक से जुड़ी 100 करोड़ की प्रॉपर्टी का पता चला है। जाकिर की बहन ने भी जांच एजेंसी से कहा था कि भाई चैरिटिबल ट्रस्ट के नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग कर रहा था।