नियमों के उल्लंघन के आरोप में वैश्विक स्तर पर कार्रवाई के चलते वर्ष 2023 में अक्टूबर से दिसंबर के दौरान यूट्यूब ने अपने प्लेटफॉर्म से 90 लाख से अधिक वीडियो हटाए थे।
वीडियो हटाये जाने की इस फेहरिस्त में अमरीका और रूस को पछाड़ते हुए भारत टॉप पर रहा है। जानकारी के मुताबिक़ अपने सामुदायिक दिशानिर्देशों के उल्लंघन के मामले में भारत में यूट्यूब ने पिछले साल अक्टूबर से दिसंबर के बीच 22.5 लाख से अधिक वीडियो अपने प्लेटफॉर्म से हटाए हैं।
सिंगापुर इस सूची में दूसरे स्थान पर है और दिशानिर्देश उलंघन के चलते यूट्यूब ने इस देश के 12,43,871 वीडियो हटाए हैं।
#Youtube ने अपने सामुदायिक दिशानिर्देशों के उल्लंघन के मामले में पिछले साल अक्टूबर से दिसंबर के बीच भारत में 22.5 लाख से अधिक वीडियो अपने प्लेटफॉर्म से हटाए थे। वीडियो हटने के मामले में अमेरिका और रूस जैसे देशों को पछाड़ते हुए भारत शीर्ष पर रहा है। https://t.co/nIN3SZ1ul9
— Navjivan (@navjivanindia) March 26, 2024
सूची में तीसरे नंबर पर अमरीका का नाम आता है। इसके 7,88,354 वीडियो हटाए गए हैं। चौथे नंबर पर 7,70,157 वीडियो हटाये जाने वाला देश इंडोनेशिया जबकि 5,16,629 वीडियो हटाए जाने के मामले में रूस में पांचवे नंबर है।
सामुदायिक मानदंडों के उल्लंघन की पड़ताल में आश्चर्यजनक बात यह है कि इनमें से 96 फीसदी से अधिक वीडियो की सूचना मशीनों के माध्यम से प्राप्त हुई।
भारत में कई वीडियो भारत के नए आईटी नियमों के चलते हटाए गए हैं। यूट्यूब से मिली जानकारी में कहा गया है कि इन वीडियो को हानिकारक या खतरनाक सामग्री के चलते हटाया गया है जिनमे बाल सुरक्षा, हिंसक या ग्राफिक सामग्री, नग्नता और यौन सामग्री, गलत सूचना और अन्य सामुदायिक मानदंडों का उल्लंघन जैसे कारण शामिल हैं।