लखनऊ । अवैध खनन मामले में चार थानाध्यक्ष, दो खनन निरीक्षक सस्पेंड. प्रदेश में चल रहे अवैध खनन के खिलाफ आज सीएम योगी आदित्यनाथ ने कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर चार थानाध्यक्षों को निलंबित किया गया है। इसके साथ ही दो खनन निरीक्षक को भी निलंबित किया गया है। गोंडा व मऊ के जिलाधिकारी को चेतावनी भी दी गई है।
प्रदेश में सत्ता पर काबिज होने के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सूबे में अवैध खनन रोकने को लेकर बेहद सतर्क थे। प्रदेश में इन दिनों कई जगह से अवैध खनन की शिकायत भी सामने आई थी। मऊ में हो रहे अवैध खनन पर सीएम योगी खासे नाराज थे। उन्होंने इसे रोकने में असफल कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भी की है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज सूबे में चार थानाध्यक्षों को निलम्बित कर दिया है। इनके साथ ही दो खनन निरीक्षकों को भी सस्पेंड किया गया है। सीएम योगी ने डीएम गोंडा को चेतावनी दी है। गोंडा के डीएम व एसपी के साथ ही मऊ के डीएम और एसपी को भी चेतावनी दी है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर गोंडा जिले में कर्नलगंज के एसडीएम पर भी कार्रवाई होगी। इसके साथ ही वहां के क्षेत्राधिकारी पर भी विभागीय कार्रवाई होगी। तरबगंज के एसडीएम, सीओ पर भी कार्रवाई की जाएगी। मऊ तहसील सदर के एसडीएम पर कार्रवाई होगी। सीएम ने विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अवैध खनन न रोक पाने पर सीएम ने सख्त तेवर दिखाए हैं।
अवैध खनन के मामले में मऊ में सांसद हरिनारायण राजभर ने गाडिय़ां सीज की थी। गाडिय़ां सीज करने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई थी। इसके बाद सीएम योगी के एक्शन से अधिकारियों के होश उड़े हैं।
गोंडा तथा मऊ में लगातार अवैध खनन की शिकायतें आ रही थीं। इन शिकायतों के बाद कई अफसर शासन के रडार पर थे। निलंबित होने वालों में मऊ के खान निरीक्षक वशिष्ठ यादव व सराय लखंसी के एसओ सुरेश चंद्र तिवारी हैं।
वहीं गोंडा के खान निरीक्षक जितेंद्र सिंह भी निलंबित किए गए हैं। बांदा और झांसी में भी अवैध खनन और ओवरलोडिंग को लेकर शासन के पास शिकायतें हैं, जिस पर जल्द ही कार्रवाई की जा सकती है।
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