लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहली बार सीएम बनाए जाने को लेकर सार्वजनिक बयान दिया है. बुधवार को लखनऊ में योग को लेकर एक प्रोग्राम के दौरान उन्होंने कहा- मुझे एक दिन पहले ही पता चला कि मुझे सीएम बनाया जा रहा है. Yogi
बता दें कि 11 मार्च को यूपी में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद बीजेपी को सीएम का चेहरा तय करने में हफ्ते भर का वक्त लग गया था.
कहा जाता है कि योगी उस दौड़ में बहुत पीछे थे. उनसे आगे मनोज सिन्हा, केशव प्रसाद मौर्य जैसे नेताओं का नाम चल रहा था.
सूर्य नमस्कार की पूरी प्रक्रिया अगर देखें तो पाएंगे कि मुस्लिम बंधु जो नमाज पढ़ते हैं उससे वो मिलती जुलती है. दोनों बिल्कुल एक जैसी हैं लेकिन उन्हें जोड़ने का प्रयास नहीं किया गया क्योंकि जो लोग सत्ता में थे उन्हें योग की नहीं, भोग की आदत थी.
व्यायाम फिटनेस देता है लेकिन एक समय के बाद शारीरिक और फिर मानसिक रूप से कमजोर करेगा लेकिन योग करने वाला व्यक्ति प्रारंभ से अंतिम समय तक स्वस्थ रहता है.
केवल प्राणायाम को योग न मानें, ये किसी जाति, उम्र, लिंग का मोहताज नहीं होता. योग की तमाम क्रियाएं बैठे-बैठे, चलते-चलते ही की जा सकती हैं.
योगी आदित्यानाथ ने कहा कि मुझे अमित शाह जी ने एक दिन पहले ही बताया कि आपको मुख्यमंत्री पद की शपथ लेना है. मेरे पास उस समय सिर्फ एक जोड़ी कपड़े थे.
मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या कहूं. अगर मना करता हूं तो लोग कहेंगे कि पलायन कर गए. यूपी के भ्रष्टाचार से, क्राइम से, कुशासन से, चुनौतियों से डरकर पीछे हट गए तो मैंने सोचा चलो कोई बात नहीं, हम तो वैसे भी योगी हैं. कपड़ों का क्या है.