गाजा पर इजरायली बमबारी के बाद दुनिया भर से अमनपसन्दों के प्रदर्शनों ने जोर पकड़ लिया है। इजरायल के अपने नागरिकों ने भी गाजा युद्ध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, तेल अवीव में इजरायली प्रदर्शनकारियों ने रक्षा मंत्रालय के कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया और गाजा युद्ध को समाप्त करने की मांग की।
अमरीका के न्यूयॉर्क में भी यहूदियों द्वारा एक जैसी शर्ट पहनकर प्रदर्शन किया गया, जिस पर ‘नॉट इन माई नेम’ लिखा हुआ था। न्यूज़ीलैंड में संसद के सामने एक बड़ा प्रदर्शन किया गया, जिसमें इज़रायल से फ़िलिस्तीन पर अत्याचार रोकने की मांग की गई।
तुर्की के शहर इस्तांबुल में बड़ी संख्या में लोगों ने मार्च निकाला, जिसमें लाखों लोगों ने फिलिस्तीनियों के बारे में अपनी आवाज अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुंचाई। अरब मीडिया का कहना है कि इज़रायली प्रदर्शनकारी गाजा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के लिए तख्तियां लिए हुए हैं।
यूएन में युद्ध-विराम प्रस्ताव पर सहमति के बाद फिलिस्तीनी दूत ने जाहिर की खुशी, बोले- दुनिया में अभी भी है अच्छाई #IsraelPalestineWar #Hamas #Gaza #UN #Palestine https://t.co/1qQGaUI48w
— ABP News (@ABPNews) October 28, 2023
ग्रेट ब्रिटेन की राजधानी लंदन में हजारों लोगों ने उत्पीड़ित फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए रैली निकाली। ब्रिटिश अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को इजरायली दूतावास में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया।
इतिहास गवाह है, मुसलमानों ने कभी भी यहूदियों पर जुर्म नहीं ढाया। ये गोरे ईसाई हैं जिन्होंने यहूदियों को मताधिकार से अलग रखा और उनकी हत्या की जिसका अंजाम #Hitler के ‘अंतिम समाधान’ के तौर पर सामने आया। https://t.co/npY7lz8K66
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इंडोनेशिया में हजारों लोग फिलिस्तीनी झंडा थामे सड़कों पर उतर आए, फिलिस्तीनियों के नरसंहार के खिलाफ रामल्ला से लेकर वेस्ट बैंक में अल-खलील तक और तुल्कर्म से तुबास तक गाजा के समर्थन में प्रदर्शन हुए।
इजरायल की बमबारी अंतरराष्ट्रीय कानूनों के खिलाफ, रूस का बड़ा बयान#Russia #Israel https://t.co/ZMV5DqCwuy
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इस बीच न्यूयॉर्क पुलिस द्वारा 200 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किये जाने का समाचार मिला है। बोस्टन में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें हार्वर्ड विश्वविद्यालय के छात्रों और स्थानीय निवासियों ने भाग लिया, कनाडा के विभिन्न शहरों में छात्रों ने फिलिस्तीन के पक्ष में प्रदर्शन किया।