बेलमार्श जेल में 1901 दिनों तक कैद रहे जूलियन असांजे को आखिरकार आज़ादी का फरमान सुना दिया गया। लंदन उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद विकीलीक्स के संस्थापक ने ब्रिटेन छोड़ दिया है। स्थानीय समयानुसार वह बुधवार सुबह अमरीका पहुंच सकते हैं।
असांजे ने अपनी रिहाई के बदले अमरीकी न्याय विभाग के साथ एक डील की है। अब वह अमरीका के साथ समझौते के तहत आरोप काबूल करने को तैयार हो गए हैं। इसके बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया। इसके साथ ही अब उनके वापस अपने देश ऑस्ट्रेलिया लौटने का रास्ता भी साफ हो गया है।
जूलियन असांजे ने 2010 में अमरीका की गोपनीय जानकारी जारी की थी। रिपोर्ट में दावा किया गया कि असांजे अमरीकी अदालत में सैन्य रहस्यों को उजागर करने का आरोप मानने को तैयार हो गए हैं।
असांजे ने इसके बदले अपनी रिहाई की मांग की थी। ऐसे में कोर्ट में अपना जुर्म कबूल करते ही वर्षों पुराने कानूनी तमाशे पर भी विराम लग गया।
अमरीका के मारियाना द्वीप समूह की कोर्ट में दायर किए गए दस्तावेज के मुताबिक, असांजे राष्ट्रीय रक्षा से जुड़ी जानकारी पाने के साथ उसे फैलाने की साजिश के एक भी मामले में दोषी ठहराए जाएंगे। बताते चलें कि इन मामलों के चलते असांजे अब तक ब्रिटेन में हिरासत में थे।
वह जासूसी अधिनियम के तहत आरोपों के लिए दोषी मानते हुए मारियाना द्वीप समूह की संघीय अदालत में पेश होंगे। अमरीकी न्याय विभाग के साथ समझौते के कारण असांजे को आगे सजा नहीं दी जाएगी।
बताते चलें कि 52 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई नागरिक असांजे पर अमरीकी सरकार द्वारा 2010 में इराक और अफगानिस्तान में जंग से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने में उनकी भूमिका का आरोप लगाया था।
इसके अलावा असांजे पर जासूसी के 17 आरोप तथा उनकी वेबसाइट पर अमरीकी दस्तावेजों के प्रकाशन को लेकर कम्प्यूटर के दुरुपयोग का एक आरोप था। असांजे ने सात साल तक लंदन में इक्वाडोर के दूतावास में शरण ली थी। इसके बाद पिछले पांच साल उन्होंने ब्रिटेन की जेल में बिताए।