जिनेवा: हाल ही में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, 2021 में दुनिया भर में 3 अरब से अधिक लोग खराब मानसिक स्थिति से पीड़ित थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह शोध द लैंसेट न्यूरोलॉजी में प्रकाशित हुआ था, जिसके बाद WHO ने विश्व स्वास्थ्य सभा में ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज (GBD) समीक्षा प्रस्तुत की।
रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से दुनिया भर में बढ़ती न्यूरोलॉजिकल स्थितियों के खिलाफ तत्काल कदम उठाने की मांग की है।
अध्ययन में यह भी कहा गया है कि खराब मानसिक स्वास्थ्य के कारण होने वाली 80 प्रतिशत मौतें और बीमारियाँ निम्न और मध्यम आय वाले देशों में होती हैं, जबकि उपचार तक पहुंच व्यापक रूप से भिन्न होती है।
Over 1 in 3 people affected by neurological conditions, the leading cause of illness & disability 🌐
“It is more important than ever to ensure brain health is better understood, valued and protected, from early childhood to later life,” @DrTedros said.
ℹ️https://t.co/d1xsG6FEhm pic.twitter.com/hKA8AvIrX9
— United Nations Geneva (@UNGeneva) March 24, 2024
न्यूरोलॉजिकल मामलों में 80% से अधिक मौतें और स्वास्थ्य हानि निम्न और मध्यम आय वाले देशों में होती हैं। इन लोगों तक उपचार की पहुंच व्यापक रूप से भिन्न होती है। वहीँ उच्च आय वाले देशों में निम्न और मध्यम आय वाले देशों की तुलना में प्रति 100,000 लोगों पर 70 गुना अधिक न्यूरोलॉजिकल जानकार मौजूद हैं।
डब्ल्यूएचओ के मानसिक स्वास्थ्य और औषधि निदेशक देवोरा कैस्टेल ने विश्व स्वास्थ्य सभा को बताया कि देशों को तंत्रिका संबंधी विकारों की रोकथाम, शीघ्र पता लगाने, उपचार और पुनर्वास में सुधार करने की आवश्यकता है।
उन्होंने आगे कहा कि समानता और गुणवत्ता के आधार पर इलाज तक पहुंच सभी के लिए समान होनी चाहिए। इसके लिए हमें मानसिक स्वास्थ्य जोखिमों पर अनुसंधान, स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रभावी कार्यबल के लिए समर्थन और बहुत कुछ में निवेश करने की आवश्यकता है।