यूरोप में एक बार फिर कोरोना अपने बढ़ते मामलों के चलते चिंता का बड़ा कारण बन गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मौजूदा स्थिति को लेकर कि आने वाले कुछ महीनों में यूरोप में कोरोना से 7 लाख से अधिक मौते हो सकती हैं।
डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के मुताबिक़ पिछले सप्ताह कोविड से संबंधित मौतें बढ़कर लगभग 4,200 प्रति दिन हो गईं। यह आंकड़ा सितंबर के अंत में 2,100 पर था।
यूरोप में कोरोना के मामले बढ़ने की मुख्य वजह ढिलाई बताई जा रही है। यहां मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर लोगों ने लापरवाही की। इसके अलावा यूरोप में डेल्टा वेरिएंट तेजी से फैला और अधिकांश लोगों ने अभी तक वैक्सीनेशन नहीं करवाया है।
डब्ल्यूएचओ यूरोप के क्षेत्रीय निदेशक हैंस क्लूज ने एक बयान में कहा है – “यूरोप और मध्य एशिया में कोविड-19 की स्थिति बहुत गंभीर है। हमें यहां एक चुनौतीपूर्ण सर्दी का सामना करना है।”
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि हाल के एक अध्ययन के अनुसार फेस मास्क कोविड की घटनाओं को 53 प्रतिशत तक कम करते हैं और इससे 160,000 से अधिक मौतों को रोका जा सकता है। डब्लूएचओ ने लोगों से वैक्सीन लगवाने के साथ फेस मास्क का उपयोग करने, समय-समय पर हाथ धोने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए कहा।