उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने पिछले महीने पहली बार अपनी बेटी को दुनिया के सामने लाने का काम किया। इसके बाद से अटकलें लगाई जाने लगीं कि उनके इस कदम ने दुनिया को मिला जुला संदेश भेजा है।
विदेशी मीडिया के मुताबिक किम जोंग उन की बेटी का नाम और उम्र कोई नहीं जानता, लेकिन दावा किया जा रहा है कि वह अपने पिता की सबसे लाडली बेटी है।
जानकारी के मुताबिक किम जोंग-उन की बेटी जिसे पिछले महीने परमाणु-सशस्त्र देश की सबसे बड़ी बैलिस्टिक मिसाइल के प्रक्षेपण के निरीक्षण के दौरान किम जोंग-उन के साथ देखा गया था, उसके नौ साल का होने का दावा किया जा रहा है।
माना जा रहा है कि इन तस्वीरों के जरिए यह संदेश भी दिया गया कि यह सत्ताधारी परिवार परमाणु हथियारों पर बातचीत नहीं करेगा।
विदेशी मीडिया के मुताबिक बेटी के साथ तस्वीरों के जरिए लोगों और दूसरे देशों को यह संदेश दिया गया कि किम जोंग उन की सरकार कहीं नहीं जा रही है। माना जा रहा है कि इन तस्वीरों के जरिए यह संदेश भी दिया गया कि यह सत्ताधारी परिवार परमाणु हथियारों पर बातचीत नहीं करेगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक किम जोंग-उन ने पहली बार 19 नवंबर को बेटी को मिलवाया था, इससे पहले किसी को नहीं पता था कि उनके कोई बच्चे भी हैं और वह खुद 26 साल की उम्र में अतीत में तस्वीर में आए थे।
विदेशी मीडिया से मिली ख़बरों के मुताबिक अभी यह तय नहीं है कि सत्ता पक्ष उभरती बेटी को वारिस के रूप में देखता है या फिर बड़े भाई को यह दर्जा दिया जाएगा। इस सम्बन्ध में एक वरिष्ठ अमेरिकी एनजीओ अधिकारी ने कहा है कि किम जोंग-उन का अपनी बेटी के साथ परमाणु हथियारों का निरीक्षण करना इस बात का संकेत है कि परमाणु कार्यक्रम अब सशर्त नहीं है और इसमें अब आने वाली पीढ़ी भी शामिल होगी।
इसी साल सितंबर में किम जोंग उन ने कहा था कि वह परमाणु हथियार कभी नहीं छोड़ेंगे। गौरतलब है कि किम परिवार उत्तर कोरिया में करीब 75 साल से सत्ता पर काबिज है।