महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद प्रयागराज की ओर जाने वाले रास्तों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। घटना को लेकर अधिकारियों से बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं के संगम स्नान की विशेष सुविधा का निर्देश दिया है।
प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में अब पुलिस प्रशासन ने चौकसी का पुख्ता इंतिज़ाम किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार की घटना को लेकर अधिकारियों से बैठक की। इसमें श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधा का निर्देश दिया गया है।
प्रयागराज में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा एसपी स्तर के अधिकारियों की भी तैनाती की व्यवस्था की गई है। महाकुंभ मेला की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए वर्ष 2019 के कुंभ मेला के दौरान मंडलायुक्त रहे आशीष गोयल और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी को तैनात किया गया है। इसके अलावा विशेष सचिव स्तर के पांच अन्य अधिकारियों को भी प्रयागराज भेजा जा रहा है।
निगरानी के साथ जारी आदेश और प्रतिबंध 4 फरवरी तक लागू किए गए हैं जो इस प्रकार हैं-
- प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में अब सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
- महाकुंभ मेला क्षेत्र में किसी भी विशेष पास के जरिए वाहनों को प्रवेश नहीं मिलेगा।
- महाकुंभ मेला में श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए एक तरफा मार्ग व्यवस्था लागू की गई है।
- प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है। उन्हें एक अंतराल के बाद आगे जाने की इजाज़त दी जा रही है।
- प्रयागराज शहर में चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
बसंत पंचमी को देखते हुए व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने हेतु तात्कालिक इंतजाम किए गए हैं। इस संबंध में सभी जिलों को आदेश जारी किए गए हैं। शहर या प्रयागराज रूट पर किसी प्रकार के ट्रैफिक बाधा से बचने की व्यवस्था की गई है।
झारखंड से उत्तर प्रदेश में आने वाले सैकड़ों वाहन जाम में फंसे हुए हैं। प्रयागराज महाकुंभ में स्नान के लिएझारखंड से लाखों श्रद्धालु जा रहे हैं। प्रयागराज जाने वाली सभी ट्रेन भी भरी हुई है। ऐसे में रेलवे स्टेशनों पर भी विशेष निगरानी रखी जा रही है।