रूस और यूक्रेन ने काला सागर में सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित करने तथा एक-दूसरे की ऊर्जा सुविधाओं पर हमला न करने पर सहमति व्यक्त की है।
दोनों दौर की वार्ताओं से क्षेत्र में दीर्घकालिक स्थिरता की दिशा में काम करने के साझा उद्देश्य को मज़बूती मिली है। अमरीका ने इस बात पर जोर दिया कि शत्रुता को रोकना स्थायी शांति समझौते को प्राप्त करने की दिशा में पहला ज़रूरी कदम है।
यह समझौता अमरीका द्वारा प्रायोजित रियाद वार्ता के दौरान हुआ, जिसमें दोनों देश 30 दिनों के लिए अस्थायी युद्धविराम पर भी सहमत हुए।
व्हाइट हाउस के अनुसार, संयुक्त राज्य अमरीका ने कृषि और उर्वरक निर्यात के लिए वैश्विक बाजारों तक रूस की पहुंच बहाल करने में मदद करने का वचन दिया है।
गौरतलब है कि अमरीका ने हाल ही में 23 से 25 मार्च तक सऊदी अरब के रियाद में रूस और यूक्रेन दोनों के प्रतिनिधिमंडलों के साथ विशेषज्ञ स्तर की चर्चा की।
व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि ये द्विपक्षीय बैठकें अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ उच्च स्तरीय चर्चा के बाद हुई।
मुख्य रूप से यह वार्ता काला सागर में सुरक्षा, वाणिज्यिक समुद्री गतिविधि की सुरक्षा, ऊर्जा अवसंरचना संरक्षण और स्थायी शांति को बढ़ावा देने के लिए व्यापक कूटनीतिक प्रयासों पर केंद्रित थी।
इसके अलावा अमरीका ने युद्धबंदियों के आदान-प्रदान को सुगम बनाने, हिरासत में लिए गए नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित करने तथा जबरन स्थानांतरित किए गए यूक्रेनी बच्चों की वापसी का समर्थन करने के अपने जारी प्रयासों की पुनः पुष्टि की।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा कि यूक्रेन मुद्दे पर काफी प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि रूस ने यूक्रेनी ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमला न करने का दृढ़ आश्वासन भी दिया है, जबकि संयुक्त राज्य अमरीका स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए वार्ता को सुविधाजनक बनाना जारी रखेगा।