रांची .:देश भर से नकलाईटस आंदोलन जड़पीड़ से उखाड़ फेंकने का संकल्प करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज उम्मीद जताई है कि तिोस्ट गतिविधियों से प्रभावित राज्यों में झाखनड पहला राज्य बन जाएगी कि उग्रवादियों मुक्त हो जाएगी। उन्होंने बताया कि झारखंड में तिोस्ट समस्या का समाधान कर लिया जाएगा और इस उद्देश्य के लिए झारखंड जागवार (विशेष बल) का गठन किया गया है।
एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग का उद्घाटन करने के बाद जवानों को संबोधित करते हुए श्री राजनाथ सिंह ने झारखंड जागवार तुरसस के कारहाए काफी प्रशंसा की और कहा कि शहीद सिपाही न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश के लिए अपना खून बहाते हैं उन्होंने बताया कि उग्रवादियों के हाथों एक भी सिपाही की मौत की घटना पर उन्हें और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कसक महसूस हुई है। गृह मंत्री ने सेक्यूरिटी तुरसस बुनियादी सुविधाओं (इन्फ्रास्ट्रक्चर) की आपूर्ति की जरूरत को उजागर किया ताकि तुरसस को कर्तव्यों का पालन समय कोई परेशानी का सामना न हो सके।
हालांकि उन्होंने 2 साल पहले विशेष इंफ्रास्ट्रक्चर योजना रोक देने पर व्यक्त ताासफ किया। गृह मंत्री ने बताया कि विशेष में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली से प्रतिनिधित्व किया है। जिन्होंने उक्त योजना के पुनरुद्धार का यकीन दिया है। उन्होंने यह दावा किया कि संख्या के मामले से नक्सलवादियों घटते जा रहे हैं और उनके बड़े समूह अब काम करने में असमर्थ रहे लेकिन छोटे समूहों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। तिोस्ट विचारों पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि एक तरफ सरकार गरीबों के कल्याण के लिए काम कर रही है दूसरी ओर विद्रोहियों की ओर से उनके लिए मुश्किलें पैदा की जा रही हैं।
गृह मंत्री ने यह तर्क दिया कि अगर कोई जनता और गरीबों के दुश्मन है तो वह केवल तिोस्ट हैं क्योंकि केंद्र और राज्य सरकारें झारखंड विकास और काउंटर गरीबी के लिए संभव कोशिश में है। लेकिन तिोस्ट विध्वंसक कार्रवाइयों के जरिए उसे नाकाम बना रहे हैं। जिसके कारण उनके इस दावे की कलई खुल जाती है कि वे गरीबों के हमदर्द और बही माँगता हूँ।
तिोस्टों को लोकतंत्र और जनता के दुश्मन करार देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि गरीबों से सहयोग के लिए प्रधानमंत्री ने मुफ्त गैस सिलेंडर प्रदान किया है। लेकिन तिोस्ट उनकी भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने नक्सलवादियों विरोधी अभियान चलाने पर झारखंड पुलिस प्रमुख डीके पांडे की तारीफ की और सुझाव दिया कि सीमा राज्यों से विद्रोहियों को घेरने के लिए प्रभावी तालमेल पैदा करें।