अहमदाबाद। गुजरात के उना में सोमवार को दलितों पर हुए हमले को लेकर मंगलवार को 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। स्थानीय लोगों द्वारा दलितों और पुलिस पर किए गए हमले में एक ग्रामीण और पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसमें एक डीएसपी और एक इंस्पेक्टर पर भी शामिल हैं। इस मामले में पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं।
फिलहाल कोई ताजा घटना नहीं हुई है लेकिन उना शहर में तनाव जैसे हालात हैं। जूनागढ़ रेंज के आईजी बृजेशकुमार झा ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। इस हमले के सिलसिले में दो मामले दर्ज किए गए हैं। एक दलितों पर हमले के लिए जिसमें चार लोग घायल हुए और दूसरा पुलिस पर हमले के लिए। गिरफ्तार लोगों के खिलाफ दंगा, हत्या और साजिश करने के प्रयास का आरोप है।
गुजरात दलित सेना के अध्यक्ष जयंती मकाडिया ने 5 अगस्त को अहमदाबाद से शुरू अस्मिता यात्रा सोमवार को उना में खत्म हुई थी। इसी यात्रा में भाग लेकर वे लोग भावनगर लौट रहे थे। इस दौरान ग्रामीणों ने समतर गांव के पास उना-भावनगर राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया और सात समुदाय के लोगों को पीटा। सूत्रों के मुताबिक ग्रामीणों ने पुलिस पर पत्थर फेंके। पुलिस ने जब आंसू गैस के गोले छोड़े तो ग्रामीण भाग निकले।
दलित समाज के लोग 11 जुलाई को दलितों को पीटे जाने के खिलाफ प्रदेश के कई हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। अब दलित समाज अस्मिता यात्रा को आगे बढ़ाते हुए उना से गांधीनगर तक 500 किलोमीटर की बाइक रैली निकालने की तैयारी में है। मकाडिया ने कहा कि यह रैली 29 अगस्त को समतर गांव से गुजरेगी जहां सोमवार को हमले हुए। समतर में स्थानीय लोगों ने दलितों के लिए सड़क अवरुद्ध कर दिया है।