संयुक्त अरब अमीरात ने अरब दुनिया का पहला परमाणु ऊर्जा संयंत्र (nuclear power plant) पूरा कर लिया है। इससे देश की 25 प्रतिशत बिजली जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
अरब मीडिया के मुताबिक, संयुक्त अरब अमीरात परमाणु ऊर्जा निगम की ओर से जारी बयान में परमाणु ऊर्जा संयंत्र के पूरा होने की घोषणा करते हुए कहा गया है कि यह परमाणु ऊर्जा की दिशा में एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है।
इस परमाणु ऊर्जा संयंत्र से पैदा होने वाली बिजली की आपूर्ति एमिरेट्स स्टील और एमिरेट्स ग्लोबल एल्युमीनियम सहित अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडीएनओसी) को की जाएगी।
बराक परमाणु ऊर्जा संयंत्र के पूरा होने पर यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने कहा कि यह शून्य कार्बन उत्सर्जन की दिशा में हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने बराक परमाणु ऊर्जा संयंत्र के पूरा होने और वाणिज्यिक संचालन शुरू होने की सराहना की।
यूएई के राष्ट्रपति ने परमाणु ऊर्जा संयंत्र के पूरा होने पर पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह शून्य कार्बन उत्सर्जन की दिशा में हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बयान में कहा गया है कि परमाणु ऊर्जा संयंत्र की सालाना 40 टेरावाट बिजली पैदा करने की क्षमता है, जो देश की 25 प्रतिशत बिजली जरूरतों को पूरा करेगी।
बता दें कि इस परमाणु ऊर्जा संयंत्र का पहला रिएक्टर 2020 में काम करना शुरू कर दिया था और अब चौथा रिएक्टर भी पूरी तरह से चालू हो गया है।
गौरतलब है कि संयुक्त अरब अमीरात ने दक्षिण कोरिया की मदद से इस परमाणु ऊर्जा संयंत्र को विकसित किया है।
इस उपलब्धि के साथ संयुक्त अरब अमीरात परमाणु ऊर्जा संयंत्र बनाने वाला पहला अरब देश बन गया है। बताते चलें कि सऊदी अरब ने भी परमाणु रिएक्टर बनाने का इरादा ज़ाहिर किया है।