पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति और रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ईसाइयों को बाहर निकलना चाहिए और सिर्फ एक बार मेरे लिए वोट करना चाहिए, फिर उन्हें दोबारा ऐसा नहीं करना पड़ेगा।
फ्लोरिडा राज्य में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे खुद ईसाई धर्म को मानते हैं और सभी ईसाइयों से बेहद प्यार करते हैं। उन्होंने अगले चार साल में अमरीका में सब कुछ ठीक होने की बात कही है।
फ्लोरिडा में कंजर्वेटिव ग्रुप के एक इवेंट को संबोधित करते हुए ट्रम्प ने कहा कि अगर मैं राष्ट्रपति बना तो सभी चीजें ठीक कर दूंगा।।
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के मुताबिक, यह स्पष्ट नहीं है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी का क्या मतलब है, जबकि डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी ट्रंप पर लोकतंत्र के लिए खतरा होने का आरोप लगा रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान की सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हो रही है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने आशंका जताई गई कि ट्रंप खुद को अमरीका का तानाशाह घोषित करना चाहते हैं। वे राष्ट्रपति बनने के बाद अमरीका में दोबारा चुनाव नहीं होने देंगे और खुद ही इस पद पर कायम रहेंगे।
डेमोक्रेटिक पार्टी से चुनाव लड़ रहे एडम शिफ ने ट्रंप के इस बयान को देश की जनता के लिए डरावना बताते हुए कहा- “यह सबूत है कि देश के इस चुनाव में लोकतंत्र दांव पर है। अगर हमें इसे बचाना है तो तानाशाही के खिलाफ वोट करना होगा। अगर ट्रम्प चुने गए तो वे देश में चुनाव की प्रक्रिया ही खत्म कर देंगे।”
इससे पहले भी एक इंटरव्यू में ट्रंप कह चुके हैं कि वे फिर से राष्ट्रपति बने तो एक दिन के लिए तानाशाह बनेंगे। इस दिन वे मेक्सिको के बॉर्डर को बंद करने के साथ ऑयल ड्रिलिंग की भी मंजूरी दे देंगे।
गौरतलब है कि ट्रंप ने अमरीका में अवैध प्रवासियों के दाखिले को रोकने के संबंध में यह बयान दिया था। ट्रंप इससे पहले भी अवैध प्रवासियों पर ऐसे बयान दे चुके हैं। एक और इंटरव्यू में अवैध प्रवासियों को हटाने के लिए जरूरत पड़ने पर ट्रंप सेना तैनाती की बात भी कह चुके हैं।
इससे पहले, डोनाल्ड ट्रंप ने एक रैली में बात की और अपना अधिकांश समय डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस की आलोचना और आरोप लगाने में बिताया।