महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि देने के लिए लंदन में 96 तोपों की सलामी दी गई। तोपों की ये सलामी लंदन में विभिन्न स्थानों पर दी गई। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 96 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
वहीं अमेरिकी मीडिया का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ग्रेट ब्रिटेन की महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।
रानी का अंतिम संस्कार अगले दो सप्ताह में होने की उम्मीद है। बकिंघम पैलेस महारानी के अंतिम संस्कार की तारीख की घोषणा करेगा।
राजगद्दी संभालने के बाद अपने पहले भाषण में, ब्रिटिश राजा चार्ल्स विलियम ने कहा कि रानी ने अपना जीवन लोगों की सेवा के लिए समर्पित कर दिया। लंदन में बोलते हुए किंग चार्ल्स ने कहा कि ग्रेट ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ एक प्रेरणादायी शख्सियत थीं, महारानी ने अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए कई कुर्बानियां दीं।
किंग चार्ल्स ने कहा- “मैं आपसे बहुत दुखी भावनाओं के साथ बात कर रहा हूं, रानी के समर्पण और कड़ी मेहनत का कोई मुकाबला नहीं कर सकता।”
किंग चार्ल्स ने दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को शुभकामनाएं देते हुए कहा- “मैं अपनी मां के लिए एक महान श्रद्धांजलि पेश करात हूँ।”
उन्होंने कहा कि महारानी को परंपराओं से प्यार था, मेरी मां महारानी एलिजाबेथ को उनके बलिदान और समर्पण के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।