आज लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी का 120वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने केजीएमयू से पढ़ाई करके निकले छात्रों द्वारा गौरव बढ़ाने का ज़िक्र किया। उन्होंने बताया की जब 1905 में इसकी स्थापना की बात हुई तो उस समय 10 लाख रुपये में शुरू हो गया था। उन्होंने कहा कि आज इसका दायरा डेढ़ सौ एकड़ के क्षेत्र में होने जा रहा है।
केजीएमयू का स्थापना दिवस समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में 66 मेधावियों को सम्मानित किया। इनमे तकरीबन 80.31 प्रतिशत मेडल पर छात्राओं ने कब्जा जमाया जबकि 19.69 फीसद मेडल पर छात्रों के रहा।
इस अवसर पर कुलपति डॉक्टर सोनिया नित्यानंद ने मीडिया को बताया कि कुल 63 गोल्ड मेडल में 34 एमबीबीएस छात्रों ने हासिल किए हैं जबकि 29 बीडीएस छात्रों को दिए गए।
इसके अलावा 44 सिलवर मेडल में से 19 एमबीबीएस जबकि 25 बीडीएस छात्र-छात्राओं के हिस्से में आए। इनमे 12 ब्रांज मेडल हैं जो छह एमबीबीएस और छह बीडीएस छात्रों को दिए गए। इस सबके बाद चार बुक प्राइस, चार कैश प्राइस और दो जानवी दत्त मेडल भी शामिल हैं। इनमे तीन स्पोर्ट कोटे के मेडल भी दिए गए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि केजीएमयू के डॉक्टरों ने काम करने की मिसाल पेश की। आगे उन्होंने इस बात की खुशखबरी दी कि सर्जरी के लिए नए भवन हेतु 377 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है।
साथ ही उन्होंने फायर सिक्योरिटी के लिए लारी का विस्तार 70 करोड़ रुपये से होने की बात भी कही। मुख्यमंत्री ने आपसी सहयोग में और तेजी लाते हुए तकनीक और चिकित्सा विभाग को मिलकर काम करने की बात भी कही।
संवेदना को डॉक्टरों की सबसे बड़ी पूंजी बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब सबके निरोग होने की कल्पना के साथ डॉक्टर का व्यवहार ठीक होगा तो बाकी स्टाफ का भी व्यवहार ठीक होगा। उन्होंने यह भी कहा कि बीमारी चली जाती है, लेकिन व्यवहार याद रहता है।