हाल ही में टिक टॉक विक्रेताओं ने बच्चों को अवैध रूप से वेपिंग उत्पाद बेचना शुरू कर दिया है। इसके लिए विक्रेता रंगीन लिप ग्लॉस और टॉफी के रूप में इस उत्पाद को सेल कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टिक टॉक पर बेचे जाने वाले उत्पादों की जांच में पाया गया कि वेपिंग उत्पाद रंगीन लिप ग्लॉस और टॉफी के रूप में बेचे जा रहे थे।
इस अध्ययन में ई-सिगरेट की बिक्री और वितरण के संबंध में टिकटॉक सामग्री की जांच करने का प्रयास किया गया। सोशल मीडिया इस कारोबार में एक प्रमुख घटक की भूमिका निभाता है। वर्ष 2023 में 13 से 17 वर्ष के बीच के 63 फीसद लोगों ने लोकप्रिय शॉर्ट-फॉर्म वीडियो होस्टिंग सेवा टिकटॉक का उपयोग करने की सूचना दी।
शोधकर्ताओं ने उन हैशटैग की पहचान करने के लिए टिकटॉक ऐप पर सैकड़ों पोस्ट का विश्लेषण किया जो प्लेटफॉर्म पर बेची जाने वाली दवाओं और ई-सिगरेट का संदर्भ देते हैं।
निकोटीन एंड टोबैको रिसर्च के प्रमुख लेखक पेज डॉब्स का कहना है कि- “माता-पिता को पता होना चाहिए कि बच्चों को मेल के माध्यम से ई-सिगरेट उत्पाद प्राप्त हो सकते हैं।”
‘निकोटिन एंड टोबैको रिसर्च’ जर्नल में प्रकाशित शोध में #puffbars #geekbar और #elfbar जैसे लोकप्रिय हैशटैग की भी पहचान की गई। ये डिस्पोजेबल ई-सिगरेट के ब्रांड प्रदर्शित करते हैं।
इसी तरह कुछ गुप्त शब्द सूचीबद्ध हैं जो बताते हैं कि बेचे जा रहे उत्पादों के साथ वेप्स भी हैं। इन गुप्त शब्दों में #puffbundles, #discreetshipping और #hidnic शामिल हैं।
बिक्री के इस तरीके में माता-पिता को धोखा देने के लिए गुप्त कोड शब्दों का उपयोग किया जाता है। इसके लिए व्यापारी छोटे बच्चों को लिप ग्लॉस और कैंडी के रूप में छिपाकर अवैध रूप से वेप बेचने वाले टिकटॉक व्यापारी अपना काम करते हैं।
इस पड़ताल में शोधकर्ताओं ने पाया कि छोटे बच्चों के लिए प्रतीत होने वाले हानिरहित उत्पाद का विज्ञापन करने वाली एक छोटी वीडियो क्लिप दिखाई दे सकती है, लेकिन स्क्रीन पर शब्दों ने बच्चों को बताया कि उनके द्वारा ऑर्डर किए गए किसी भी पैकेज में वेप्स होंगे।