वैज्ञानिकों ने प्रशांत महासागर में हजारों फीट गहराई में एक दुर्लभ मछली की खोज की है, जिसके सिर के अंदरूनी हिस्से का साफ नज़र आते है।
मछली के सिर में जहां आंखें होती हैं वहीं पर सूंघने वाली ग्रंथियां होती हैं जिनसे वह ‘नाक’ का काम लेती है। सिर के पिछले हिस्से में बिल्कुल अंदर की तरफ मछली की आंखें होती हैं।
बेरिंग सागर से जापान और कैलिफ़ोर्निया के समुद्रों में पाई जाने वाली इस मछली को अपनी अजीब आँखों के कारण “बैरल आईफ़िश” कहा जाता है। यह दो हजार से ढाई हजार फीट की गहराई पर उन जगहों पर पाई जाती है जहां सूरज की रोशनी नहीं पहुंच पाती।