एक नई रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि इस साल 22 करोड़ टन प्लास्टिक कचरा पैदा होने का अनुमान है। इसका अंदाजा लगाने के लिए कहा जा सकता है कि कचरे की यह मात्रा करीब 20 हजार एफिल टावर के आकार के बराबर है।
प्लास्टिक ओवरशूट डे यानी वह दिन जब प्लास्टिक कचरे की मात्रा दुनिया की इससे निपटने की क्षमता से अधिक हो जाएगी।
चैरिटी अर्थ एक्शन द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट से मिलने वाली जानकरी से पता चलता है कि है कि 2024 में वैश्विक स्तर पर प्रति व्यक्ति 28 किलोग्राम प्लास्टिक कचरा उत्पन्न होगा।
रिपोर्ट में प्लास्टिक ओवरशूट डे के बारे में भी अनुमान लगाया गया है। यह वह दिन होगा जब प्लास्टिक कचरे की मात्रा दुनिया की इससे निपटने की क्षमता से अधिक हो जाएगी। अनुमान के मुताबिक़ इस साल यह दिन 5 सितंबर को ऐसा होने की उम्मीद है।
‘Plastic Overshoot Day’ is projected to be 5 September 2024, marking the point at which the amount of plastic waste generated exceeds the world’s capacity to manage it.https://t.co/0iAHifm9gP pic.twitter.com/iqzhTqYOm3
— MaterialsRecycling (@MRWmagazine) April 12, 2024
शोधकर्ताओं द्वारा दी गई चेतावनी के मुताबिक़ इस महीने तक दुनिया की लगभग 50 प्रतिशत आबादी उन क्षेत्रों में रहती है जहां प्लास्टिक कचरे का उत्पादन इससे निपटने की क्षमता से अधिक हो गया है। उनके अनुमान से यह भी पता चला है कि प्लास्टिक ओवरशूट डे तक यह दर बढ़कर 66 प्रतिशत हो जाएगी।
रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि एक तिहाई से अधिक प्लास्टिक खराब व्यवस्था के चलते अपने उपयोग के बाद प्रदूषण का कारण बनेगा। जिसमे चिंता की बात यह है कि इसमें से 6 करोड़ 95 लाख टन प्लास्टिक अंततः पृथ्वी को प्रदूषित करेगा।
इस कचरे में प्लास्टिक पैकेजिंग, कपड़ों में इस्तेमाल होने वाला प्लास्टिक और घरों में इस्तेमाल होने वाला प्लास्टिक शामिल है।