नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को टिकट देने में कोई राजनीतिक दल पीछे नहीं रहा है। तीसरे चरण में चुनाव मैदान में उतरे नेताओं में से 110 पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। Third phase
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार, सबसे ज्यादा 36 फीसद ऐसे उम्मीदवार कांग्रेस ने खड़े किए हैं।
जबकि, लोकदल के 33 फीसद, भाजपा और बसपा के 31-31 फीसद उम्मीदवार दागी हैं। वहीं करोड़पतियों को टिकट देने में बीजेपी पहले नंबर पर है।
तीसरे चरण में लखनऊ समेत 12 जिलों की 69 सीटों पर चुनाव होने हैं। कुल 826 उम्मीदवार मैदान में है।
एडीआर ने इसमें से 813 उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि उनके द्वारा दाखिल किए गए हलफनामे के आधार पर खंगाली है। यहां कुल 105 पाटियां चुनाव लड़ रही हैं।
इनमें छह राष्ट्रीय, सात क्षेत्रीय और 92 गैर मान्यता प्राप्त दल शामिल हैं। 225 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं।
तीसरे चरण में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.61 करोड़ हैं। हालांकि, पार्टी के आधार पर अगर आंकड़े देखें तो 6.20 करोड़ औसत संपत्ति के आधार पर कांग्रेसी सबसे अमीर हैं।
कांग्रेस की सहयोगी समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों की संपत्ति औसतन 5.70 करोड़ है। बसपा के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 4.18 करोड़ और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3.79 करोड़ है।
लखनऊ पश्चिम से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार अकरम खान ने अपनी संपत्ति शून्य बताई है। 26 फीसद उम्मीदवारों ने अपने पैन कार्ड की जानकारी नहीं दी है।
पैन का विवरण देने वाले उम्मीदवारों में सर्वाधिक आय मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और लखनऊ कैंट से उम्मीदवार अपर्णा यादव की है। वहीं सरोजनीनगर से निर्दलीय रूद्रदमन सिंह ने 16.43 करोड़ संपत्ति बताई है।
लेकिन उन्होंने कभी आयकर रिटर्न नहीं भरा है। तीसरे चरण में पढ़े-लिखे उम्मीदवारों की संख्या दूसरे चरण के मुकाबले बेहतर है। दूसरे चरण में जहां 43 फीसद उम्मीदवार स्नातक या इससे अधिक पढ़े थे, वहीं इस चरण में इनकी भागीदारी 51 फीसद है।
चुनाव लड़ रहे 68 फीसद उम्मीदवारों ने अपनी उम्र 50 वर्ष से कम बताई है। महज दो उम्मीदवार ऐसे हैं, जो अस्सी साल से ज्यादा की उम्र के हैं। कुल 12 फीसद महिला उम्मीदवार इस चरण में हैं। 82 उम्मीदवारों ने हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित मुकदमों की घोषणा की है।