जूनागढ़, 22 मई : गुजरात में हाल में ज़बरदस्त तबाही मचाने वाले तूफ़ान ताउ ते ने लगता है दुनिया भर में एशियाई शेरों का एकमात्र प्राकृतिक निवास गिर वन के वन्य जीवों को भी नहीं बख़्शा है।
गिर वन के पश्चिमी हिस्से के विसवादर रेंज के निकटवर्ती वेकरिया गांव के एक जलाशय के किनारे से से कम से कम एक शेरनी (लगभग नौ साल की) और चार काले हिरणों के शव मिलने की वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज पुष्टि की है। हालांकि उन्होंने मौत के कारणों के बारे में कुछ भी नहीं बताया।
ग्रामीणों के मुताबिक़ – शेरनी, काले हिरणों के शव
बरामद होने के बाद भी वन विभाग
हक़ीक़त छुपा रहा है।
उधर ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग तूफ़ान के चलते हुई भारी वर्षा के दौरान पानी के तेज़ प्रवाह में फ़ंस कर मरे वन्यजीवों की वास्तविक संख्या छुपा रहा है। ग्रामीणों ने तो यहां तक आरोप लगाया है कि मृत जानवरों को चोरी छुपे दफ़ना दिया जा रहा है।
ज्ञातव्य है कि 17 मई की रात गुजरात तट से उक्त तूफ़ान के टकराने के बाद राज्य में ख़ासी तबाही मची थी। इसमें क़रीब 50 लोग मारे गए थे। तूफ़ान के असर से गिर वन, जो राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र के टीम जिलों में फैला है, में भी भारी वर्षा हुई थी। तब लोगों ने गिर वन क्षेत्र के शेरों और अन्य वन्य जीवों की सुरक्षा को लेकर खासी चिंता जतायी थी। राज्य में वन महकमे के एक प्रमुख अधिकारी ने तब कहा था कि शेर उंचाई वाले क्षेत्रों में चले गए हैं।