आज विश्व जल दिवस है। पानी के मूल्य और संरक्षण को देखते हुए 22 मार्च का दिन विश्व जल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का मक़सद इन समस्याओं की गंभीरता से समझना और निवारण के प्रति सचेत करना है।
जल संकट को खत्म करने और लोगों को जागरूक करने के प्रति ये दिवस हर साल मनाया जाता है। विश्व जल दिवस 2025 की थीम ‘ ग्लेशियर संरक्षण ‘ है।
पृथ्वी का लगभग 70 प्रतिशत ताज़ा पानी बर्फ या बर्फ के रूप में मौजूद है और लगभग 2 बिलियन लोग इन स्रोतों से पानी पर निर्भर हैं।
विश्व जल दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा मनाया जाने वाला एक वार्षिक कार्यक्रम है। इसे 1993 से हर वर्ष 22 मार्च को मनाया जा रहा है मीठे पानी के महत्व पर केंद्रित यह दिन सुरक्षित जल तक पहुँच के बिना रह रहे 2.2 बिलियन लोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाता है।
आज इस अवसर पर पानी की कमी को दूर करने के लिए जल संरक्षण के प्रभावी तरीकों के बारे में जानना और सचेत करना ही इसके हित में सबसे बड़ा योगदान है।
वर्तमान में जिस तरह धरती पानी के संकट का सामना कर रही है, इसको लेकर ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि पानी की वजह से भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
पर्यावरण और विकास के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1992 में ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में एक सम्मेलन का आयोजन किया। इस दिन विश्व जल दिवस मनाने की पहल की गई। इसके बाद 1993 में पहली बार विश्व जल दिवस मनाया गया और तब से हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जा रहा है।