बांग्लादेश में हिंसा जारी है और आंदोलन रफ़्तार पकड़ रहा है। हालात को देखते हुए विदेश मंत्रालय ने यात्रा परामर्श जारी किया है। इसमें बांग्लादेश की यात्रा से बचने की हिदायत दी गई है। यहाँ आन्दोलनकारी मौजूदा सरकार के बदलने की मांग कर रहे हैं।
बांग्लादेश में एक बार फिर से हिंसा भड़कने पर स्थितियां बिगड़ गईं हैं। देश में आंदोलन भी रफ़्तार पकड़ने लगा है। इस बीच रविवार को पुलिस और आंदोलनकरियों के बीच होने वाली झड़पों में 91 लोगों की मौत हो गई जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं।
बांग्लादेश में बिगड़ते हालात को देखते हुए विदेश मंत्रालय ने परामर्श जारी किया है। मंत्रालय ने नागरिकों को बांग्लादेश की यात्रा से बचने की हिदायत दी है। अबतक हज़ारों भारतीय छात्र बांग्लादेश से वापस लौट चुके हैं।
इन हालात के मद्देनज़र विदेश मंत्रालय भारतीय नागरिकों को बांग्लादेश की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है। इसके अलावा बांग्लादेश में रह रहे भारतीय नागरिकों को पड़ोसी देश में अत्यधिक सावधानी बरतने के साथ आवाजाही को सीमित रखने की भी सलाह दी है।
भारत ने इस परामर्श में अपने नागरिकों से अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा न करने को भी कहा है। विदेश मंत्रालय से 25 जुलाई को मिली जानकारी के अनुसार करीब 6,700 भारतीय छात्र बांग्लादेश से वापस लौट आये हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, रविवार को बांग्लादेश के विभिन्न इलाक़ों में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच होने वाली झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों सहित 91 लोगों के मरे जाने की सूचना मिली है।
आंदोलनकारी वर्तमान सरकार से नाराज़ हैं और प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। बांग्लादेश में नौकरी कोटा योजना के खिलाफ छात्रों और आंदोलनकारियों का विरोध प्रदर्शन बीते एक माह से जारी है और अब ये ज़ोर पकड़ता जा रहा है।